Rhino horns become shorter: प्रकृति में कई विचित्र प्रकार के जीव पाए जाते हैं, जिनमें किसी का आकार, किसी की उड़ने की शक्ति, किसी के पैर तो किसी के अंदर का जहर, ये सारे फैक्टर इन जीनों को एक दूसरे से अलग बनाते हैं। उन्हीं में से एक है गैंड़ों की प्रजाति। शोधकर्ताओं ने गैंड़ों को लेकर एक चौका देने वाला खुलासा किया है।
Rhino horns become shorter: दरअसल, गैंडों की सींघ की तस्करी की जाती है जिसे काफी ज्यादा कीमत में बेचा जाता है। इस कारण से सिर्फ गैंडे विलुप्त होने के कगार पर ही नहीं हैं, बल्कि उनमें एक बड़ा बदलाव भी हो रहा है। जिसके बारे में वैज्ञानिकों ने अपनी एक स्टडी में बताया है कि समय के साथ राइनों की सींघ छोटी होती जा रही है। शिकारी और जानवरों के तस्कर ऐसे ही गैंडों को शिकार बनाते हैं जिनकी सींघ बड़ी होती है। बड़ी सींघ की बाजार में कीमत ज्यादा होती है और इन्हें आमतौर पर चीन और वियतनाम जैसे देशों में पारंपरिक औषधियां बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, वहीं महिलाओं द्वारा भी गेंडें की सिंग को खरीदने के लिए काफी ज्यादा डिमांड बढ़ रही है।
यहां लोग मौत के पहले ही खरीद लेते हैं कफन और कब्र, अंतिम जनाजे के लिए करते हैं पूरी शॉपिंग
Rhino horns become shorter: वैज्ञानिकों के द्वारा की गई इस रिसर्च में 80 राइनो की फोटो के सींघ की जांच की गई और उनके एवरेज साइज का अंदाजा लगाया गया। उनके मुताबिक, काले और सफेद राइनो के सींघ सबसे बड़े हुआ करते थे वहीं सुमात्रा के राइनो के सींघ छोटे होते थे, पर इस शोध से पता चला कि राइनो की सभी प्रजाति के सींघ का आकार अब छोटा होने लगा है। शोधकर्ताओं ने बताया कि बड़ी सींघ वाले राइनो को सींघ के लिए मार दिया जाता है ऐसे में छोटी सींघ वाले ही राइनो बचते हैं जो अपनी आबादी बढ़ाते हैं। इस तरह छोटी सींघ उनकी आगे आने वाली पीढ़ी में भी बढ़ रही है और इस तरह साइज छोटा हो रहा है। यानी अब गैंडों में विकासवादी परिवर्तन हो रहा है जिससे उनकी सींघ छोटी ही होने लगी है।
Same Sex Marriage : परिवार को रास न आया दो…
1 week agoकपल को लगी कौवा बिरयानी की तलब.. जान से मार…
1 week ago