Dark Tourism: दुनियाभर में लोगों को तरह-तरह के शौक होते हैं. इसमें खाने से लेकर घूमने तक में अजीबोगरीब शौक शामिल है। एक नई रिपोर्ट में पता चला है कि लोगों पर आजकल डार्क टूरिज्म (Dark Tourism) का खुमार चढ़ा हुआ है। पूरी दुनिया में टूरिज्म इंडस्ट्री लोगों के इस नए पंसद को भुनाने में लगी है। दरअसल, जहां ज्यादातर इंसान पहाड़ो, हरियाली जैसी जगहों की सैर करना चाहते हैं तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते है, जिन्हें अजीब जगहों जैसे जहां पर किसी तरह की त्रासदी, बड़ी आपदा, नरसंहार जैसी घटनाएं हुई हों या ऐसी जगह जो खंडहर में तब्दील हो चुकी हो और शायद ही आम इंसान वहां जाना चाहें। इसे ही डार्क टूरिज्म का नाम दिया गया है।
अमेरिका में है डार्क टूरिज्म का क्रेज
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डार्क टूरिज्म की तरफ लोगों का रुझान काफी तेजी से बढ़ रहा है। लोगों को चकाचौंध या फिर हरियाली भरी खूबसूरत जगहों की जगह खंडहरों जैसी चीजें अपनी और लुभा रही हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिका में तकरीबन 80 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो अपनी लाइफ में एक बार डार्क टूरिज्म करना चाहते हैं।
डार्क टूरिज्म की तरह क्यों बढ़ा अट्रैक्शन
डार्क टूरिज्म में लोगों को उन जगहों का आंखों देखा हाल देखने का क्रेज होता है, जहां का इतिहास स्याह रहा हो। डार्क टूरिज्म (Dark Tourism) में लोग उन जगहों पर जाना पसंद करते हैं, जहां पर त्रासदी के निशान आज भी मौजूद हैं। इन जगहों पर जाकर लोग युद्ध की विभीषिका, बड़ी आपदा, दुख और नरसंहार की कहानी को देखते हैं। लोगों को ऐसी जगहों पर ऐसे खंडहरों के बीच रहना और उनकी तस्वीरें लेना पसंद आता है। वैसे तो डार्क टूरिज्म में कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन कई बार इंसान जुनून की वजह से परेशानी में भी फंस सकता है।
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