Professor Recruitment New Rules: अब ये लोग भी बन सकेंगे यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में प्रोफेसर, भर्ती नियमों में बदलाव की तैयारी में UGC, पात्रता परीक्षा में जोड़े जाएंगे ये मानक

अब ये लोग भी बन सकेंगे यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में प्रोफेसर, भर्ती नियमों में बदलाव की तैयारी में UGC, Professor Recruitment New Rules: UGC Will Change Eligibility Criteria For Professor Bharti Soon

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  • Publish Date - November 11, 2024 / 02:51 PM IST,
    Updated On - November 11, 2024 / 02:51 PM IST

नई दिल्लीः Professor Recruitment New Rules यदि आप यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में प्रोफेसर बनने की इच्छा रखते हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। अब आपकों पीएचडी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अलग- अलग विषयों से यूजी, पीजी और पीएचडी करने वाले कैंडिडेट को भी कॉलेजों में पढ़ाने के योग्य माना जाएगा और ऐसे सभी अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। दरअसल विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में प्रोफेसर भर्ती योग्यता नियमों में बदलाव करने की तैयारी कर रहा है। यूजीसी 2018 के नियमन में बदलाव करने के लिए ड्राप्ट भी तैयार कर ली है।

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Professor Recruitment New Rules वर्तमान में यूजीसी नियमों से अनुसार यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में पढ़ने के लिए कैंडिडेट के पास एक ही सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी की डिग्री होनी चाहिए। अलग-अलग विषयों से यूजी, पीजी और पीएचडी वाले कैंडिडेट कॉलेजों में पढ़ाने के लिए योग्य नहीं हैं। वहीं नए नियमों के अनुसार अलग- अलग विषयों से यूजी, पीजी और पीएचडी करने वाले कैंडिडेट को भी कॉलेजों में पढ़ाने के योग्य माना जाएगा और ऐसे सभी अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में शिक्षक भर्ती के लिए होने वाले पात्रता परीक्षा में स्टार्टअप, आइडिया, पेटेंट और उद्यमिता जैसे मानकों को जोड़ा जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसी महीने के अंत तक नए भर्ती नियमों का ऐलान हो सकता है।

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शोध पर ज्यादा दिया जा रहा जोर

यूजीसी चैयरमैन के मुताबिक अब शोध पर जरूरत से ज्यादा जोर दिया जाएगा। वर्तमान समय में रिसर्च के लिए गैर प्रमाणित व संदिग्ध प्रकाशन से लिए गए तथ्य पेश किये जाते हैं जिससे चीजें बेहतर होकर बाहर नहीं आ पा रहीं हैं। ऐसे में इस संकीर्ण सोच को बदलने के लिए शोध पर जरूरत से ज्यादा काम किया जायेगा ताकि आने वाले समय में समाज एवं उद्योग के लिए जरूरी कौशल से तैयार ग्रेजुएट युवा बाहर आ सकें और देश की प्रगति में भाग दे सकें।

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