नई दिल्ली । भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है। कॉलेज-स्कूल, प्रशिक्षण संस्थान सब बंद हैं। इस स्थिति में सबसे ज्यादा परेशान युवा हैं। शिक्षा संस्थाएं बंद होने और परीक्षाएं स्थगित हो जाने के कारण पूरा शैक्षिक शेड्यूल अनियमित हो गया है। उन विद्यार्थियों सबसे ज्यादा चिंता सबसे ज्यादा बढ़ी हुई है जिन्हें कुछ ही दिन पहले इंटर्नशिप मिली थी। इनमें इंजीनियरिंग-मीडिया फील्ड के अलावा तकनीकी क्षेत्र के विद्यार्थी शामिल हैं। स्टूडेंटस के सामने यह समस्या है कि उन्हें तय समय में ही इंटर्नशीप पूरी करके संस्थानों में लौट कर पढ़ाई पूरी करनी होगी। लेकिन लॉकडाऊन के कारण कंपनियां बंद है। जिससे उनकी इंटर्नशिप पूरी नहीं हो पा रही है। विभिन्न संस्थानों ने इंटर्नशिप पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। यहां वर्कर भी आ रहे हैं तो रेगुलर और वो भी जिनकी बहुत आवश्यकता है। ऐसे में विद्यार्थी लॉकडाऊन पूरा होने का इंतजार करते हैं तो उनका एकॅडमिक कैलेंडर बिगड़ने का डर है।
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बता दें कि विद्यार्थियों को इंटर्नशिप के दौरान इंडस्ट्री की बारिकियां सीखने में मदद मिलती है। इंटर्नशिप के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें कॉलेज अंक प्रदान करता है। वहीं इसी प्रदर्शन के मद्देनजर विद्यार्थियों को कंपनियां नौकरी भी ऑफर करती है। अब लॉकडाऊन के कारण विद्यार्थियों की इंटर्नशिप बंद है। जिससे उनकी करियर को लेकर चिंता सता रही है।
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हालांकि अधिकतर संस्थानों ने यह स्पष्ट किया है कि विद्यार्थियों को इंटर्नशिप पूरी करने का वक्त दिया जाएगा। इसके अलावा संस्थान अपने एकेडमिक कैलेंडर में भी बदलाव करने जा रहा है। जिसके तहत सेशनल परीक्षाएं, असाइनमेंट और प्रोजेक्ट की तारीखें बदली जाएंगी।