नई दिल्ली। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद NCTE ने शिक्षक पात्रता परीक्षा TET प्रमाणपत्र की वैधता को 7 वर्ष से बढ़ाकर लाइफ टाइम तक करने की मंजूरी दे दी है। एनसीटीई की जनरल बॉडी की 50 वीं बैठक में 29 सितंबर, 2020 को यह फैसला लिया गया। शिक्षक संघों ने एनसीटीई के कदम का स्वागत किया है।
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हालांकि, उन्होंने उन शिक्षकों से भी इसी तरह की वैधता बढ़ाने की अपील की है जो पहले ही परीक्षा दे चुके हैं। काउंसिल ने सितंबर में आयोजित उनकी आम सभा की बैठक में वैधता के विस्तार को मंजूरी देते हुए कहा था कि सर्टिफिकेट की वेलिडिटी को सात साल से बढ़ाकर लाइफटाइम तक करने का प्रावधान ‘प्रोसपेक्टिव इफैक्ट’ होगा।
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तमिलनाडु टीचर्स एसोसिएशन ने इस कदम का स्वागत किया और कहा कि इससे शिक्षकों को बहुत फायदा होगा और इस प्रावधान को उन शिक्षकों तक पहुंचाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए जिन्होंने पहले ही परीक्षा पास कर ली है। 13 अक्टूबर को सर्कुलेटिड NCTE की 50 वीं जनरल बॉडी मीटिंग के अनुसार, ‘काउंसिल ने एजेंडा आइटम पर विचार किया और टीईटी प्रमाण पत्र की वैधता को 7 साल से बदलकर जीवनभर के लिए मंजूरी दे दी। जो उम्मीदवार पहले ही शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर चुके हैं और उनके पास TET सर्टिफिकेट हैं, एनसीटीई कानूनी राय लेगी और उसी के अनुसार कार्य किया जाएगा।’
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एक रिपोर्ट के मुताबिकग तमिलनाडु टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पी.के. इलमारन का कहना है कि ‘टीचर्स, काम की कमी के कारण अपनी आजीविका खो रहे हैं और 7 साल के बाद समाप्त होने वाले प्रमाण पत्र के कारण परेशानियां होती हैं। हम काउंसिल से देश भर के शिक्षकों की दुर्दशा पर विचार करने का आग्रह करते हैं, जिनके पास पहले से ही प्रमाण पत्र हैं और साथ ही वैधता भी बढ़ाई गई है।’ TNTET योग्य शिक्षक कल्याण संघ के कॉर्डिनेटर M.Elovovan ने कहा, ‘2013 में, 70,000 से अधिक शिक्षकों ने TNTET पास किया और कई हजारों शिक्षकों को अभी तक नौकरी नहीं मिली है। यह ध्यान में रखते हुए, हम तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से इन सभी शिक्षकों की वैधता बढ़ाने की अपील कर रहे हैं।’