जबलपुर। विश्वविद्यालय का जिक्र होते ही मन में ऊंची शिक्षा का ख्याल आने लगता है लेकिन जबलपुर के नानाजी देशमुख पशु विज्ञान विश्वविद्यालय ने अब आठवीं पास छात्रों को भी अपने विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश देने का फैसला लिया है। भारत सरकार की आत्मनिर्भर योजना को रफ्तार देते हुए नानाजी देशमुख पशु विज्ञान विश्वविद्यालय ने कम अवधि के सर्टिफिकेट कोर्स कराने की योजना बनाई है। जरूरत के आधार पर किसानों और उनके परिवार के सदस्यों को मछली पालन, पशुपालन, कृषि प्रबंधन के अलावा करीब आधा दर्जन अलग-अलग कोर्स कम फीस पर ही कराए जाएंगे।
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इसके लिए विश्वविद्यालय ने योजना पूरी कर ली है और जल्द ही विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। खास बात यह है कि इन पाठ्यक्रमों को करने के लिए बहुत ज्यादा शिक्षा की जरूरत नहीं होगी बल्कि आठवीं पास कोई भी किसान या उनके परिवार से जुड़े लोग इन कोर्सेस में दाखिला ले सकेंगे।
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नानाजी देशमुख पशु विज्ञान विश्वविद्यालय ने शार्ट टर्म कोर्स शुरू करने की योजना यूं तो काफी पहले ही बना ली थी लेकिन कोरोना और लॉकडाउन के दौरान विश्वविद्यालय को इस बात की जरूरत महसूस हुई कि ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को यदि कम अवधि के कोर्स के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाए तो वे अपने पारंपरिक कामों में गति ला सकते हैं और विशेषज्ञों से प्राप्त अनुभव के आधार पर वे भी अपने व्यवसाय को ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेट कोर्स करने वालों के लिए प्लेसमेंट सेल की स्थापना की है जहां उन्हें स्वरोजगार स्थापना में मदद करने के साथ ही बैंकों से ऋण लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।