हरारे, 31 दिसंबर (एपी) जिम्बाब्वे ने मृत्युदंड की सजा के प्रावधान को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। देश में लगभग दो दशक पहले आखिरी बार किसी को मृत्युदंड दिया गया था, ऐसे में हरारे के इस कदम को लेकर पहले से ही संभावना जताई जा रही थी।
संसद द्वारा विधेयक पारित किए जाने के बाद राष्ट्रपति एमर्सन मनंगाग्वा ने इस सप्ताह कानून को मंजूरी दी। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 1960 के दशक में मनंगाग्वा को भी फांसी की सजा सुनाई गई थी।
जिम्बाब्वे में लगभग 60 कैदी ऐसे हैं, जिन्हें मृत्युदंड सुनाया जा चुका है, लेकिन इस नए कानून के बाद उनकी सजा को माफ कर दिया जाएगा।
देश में अंतिम बार किसी को 2005 में मृत्युदंड दिया गया था।
एपी खारी सुरेश
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