मॉस्को। amazing news : जी हां, जो ये आप हेडिंग पढ़ रहे हैं। वो विल्कुल सही है। भले ही विश्व के कई दशों में बढ़ती आबादी पर प्रतिबंध लगाने के लिए कई प्रयास हो रहे हैं पर एक देश ऐसा भी है, जहां इसके विपरित कार्य करने पर सम्मान किया जाएगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश की महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने महिलाओं को पुरस्कार देने का ऐलान किया है। दरअसल रूस में जन्म दर में गिरावट के कारण पैदा हुए जनसांख्यिकीय संकट इसकी वजह बताई जा रही है।
सोमवार को राष्ट्रपति पुतिन द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, इस अवॉर्ड के तहत योग्य माताओं को उनके 10वें जीवित बच्चे के एक वर्ष का होने के बाद 1 मिलियन रूबल (लगभग ₹13,12,000 या $ 16,000) के एकमुश्त राशि से सम्मानित किया जाएगा। इस आदेश में यह भी कहा गया कि अगर मां युद्ध में या आतंकवादी कृत्य या आपातकालीन स्थिति के परिणामस्वरूप अपने किसी भी बच्चे को खो देती है तो भी मां योग्य होगी। मदर हीरोइन की उपाधि को रूस के हीरो और लेबर के हीरो जैसे उच्च-रैंकिंग वाले राज्य के आदेशों के समान स्तर के स्तर पर माना जाता है।
read more : राजू श्रीवास्तव की हालत गंभीर: डॉक्टर्स ने भी दे दिया जवाब, दोस्तों ने बताया कैसा है मशहूर कॉमेडियन का हाल
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 16 अगस्त को सोवियत युग के जमाने के ‘मदर हीरोइन’ के पुरस्कार को फिर से शुरू करने का ऐलान किया है। इस अवॉर्ड की शुरुआत पहली बार 1944 में सोवियत नेता जोसेफ स्टालिन द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बड़े पैमाने पर आबादी के नुकसान के मद्देनजर की गई थी। लेकिन 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद यह सम्मान दिया जाना बंद हो गया था।
Chanakya Niti: चरित्रहीन स्त्री के पहचान करने का ये हैं आसान टिप्स, खुद आजमाएंगे तो हो जाएगा भरोसा
गाजा में इजराइली हमलों में कम से कम 30 लोग…
24 mins ago