वाशिंगटन, 30 जनवरी (एपी) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सार्वजनिक टिप्पणियों को टाइप करने में व्हाइट हाउस (राष्ट्रपति भवन) के स्टेनोग्राफर (आशुलिपिक) के पसीने छूट गए हैं। आलम यह है कि काम के बढ़ते बोझ से निपटने के लिए अतिरिक्त स्टेनोग्राफर की भर्ती पर विचार किया जा रहा है। मामले से वाकिफ अधिकारियों ने पहचान न जाहिर करने की शर्त पर यह जानकारी दी।
ट्रंप ने 20 जनवरी को अपने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सार्वजनिक कार्यक्रमों में 22,000 से अधिक शब्द बोले थे। इसके बाद, 24 जनवरी को नॉर्थ कैरोलाइना में तूफान प्रभावित क्षेत्रों और कैलिफोर्निया में जंगल की आग से जूझ रहे इलाकों के दौरे के दौरान उन्होंने लगभग 17,000 शब्द बोले थे।
मामले से वाकिफ अधिकारियों ने कहा कि सार्वजनिक उपस्थितियों में ट्रंप की ओर की गई टिप्पणियों को सुनकर टाइप करने में व्हाइट हाउस के स्टेनोग्राफर के कान और उंगलियां बुरी तरह थक गई हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन को ज्यादा बोलने की आदत नहीं थी, इस कारण ट्रंप के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद व्हाइट हाउस के स्टेनोग्राफर को काम का बोझ और भी अधिक महसूस हो रहा है।
अधिकारियों के मुताबिक, काम के बढ़ते बोझ को देखते हुए व्हाइट हाउस में अतिरिक्त स्टेनोग्राफर की भर्ती पर विचार किया जा रहा है।
वेबसाइट ‘फैक्टबे डॉट एसई’ के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन ने 2021 में अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के पहले सप्ताह में कैमरे पर बात करने में दो घंटे 36 मिनट बिताए थे और कुल 24,259 शब्द बोले थे।
वेबसाइट के मुताबिक, ट्रंप ने बतौर राष्ट्रपति अपने दूसरे कार्यकाल के पहले हफ्ते में सात घंटे 44 मिनट का समय कैमरे के सामने बोलने में गुजारा और इस दौरान उन्होंने कुल 81,235 शब्द बोले।
वेबसाइट ने कहा कि ट्रंप द्वारा कैमरे के सामने बिताई गई अवधि में ‘स्टार वॉर’ शृंखला की तीन फिल्मों को एक के बाद एक लगातार देखा जा सकता है, जिसके बाद भी कुछ समय बचेगा। उसने कहा कि राष्ट्रपति द्वारा पहले हफ्ते में बोले गए कुल शब्द ‘मैकबेथ’, ‘हैमलेट’ और ‘रिचर्ड तृतीय’ के कुल शब्दों से अधिक हैं।
अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला जिल बाइडन के प्रवक्ता के रूप में काम कर चुके माइकल लारोजा ने कहा कि ट्रंप की टिप्पणियों में झूठ की भरमार होती है, जिसमें मतदाता धोखाधड़ी के बारे में बेबुनियाद आरोपों से लेकर यह दावा शामिल है कि कैलिफोर्निया की कमजोर जल नीतियों ने वहां जंगल में लगी आग को बदतर बना दिया।
हालांकि, लारोजा ने कहा कि चूंकि, ट्रंप एक बार फिर राष्ट्रपति पद पर काबिज हो गए हैं, इसलिए उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, “वह अपनी शर्तों पर खबरों को निर्देशित कर रहे हैं। वह अमेरिका के ‘असाइनमेंट एडिटर’ बन गए हैं।”
एपी पारुल माधव
माधव
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)