पापुआ न्यू गिनी में हुई हिंसा में 20 से 50 लोग मारे गए : संयुक्त राष्ट्र अधिकारी |

पापुआ न्यू गिनी में हुई हिंसा में 20 से 50 लोग मारे गए : संयुक्त राष्ट्र अधिकारी

पापुआ न्यू गिनी में हुई हिंसा में 20 से 50 लोग मारे गए : संयुक्त राष्ट्र अधिकारी

:   Modified Date:  September 16, 2024 / 04:45 PM IST, Published Date : September 16, 2024/4:45 pm IST

मेलबर्न, 16 सितम्बर (एपी) पापुआ न्यू गिनी में अवैध खननकर्ताओं के बीच हिंसा में 20 से 50 लोग मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

दक्षिण प्रशांत द्वीपीय राष्ट्र की सरकार के अनुसार यह हिंसा कुछ दिन पहले शुरू हुई थी और पोर्गेरा घाटी में अब भी जारी है। यह जगह मई में हुए भूस्खलन वाले स्थान के पास स्थित है, जिसमें दो हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

पापुआ न्यू गिनी के लिए संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सलाहकार मेट बागोसी ने कहा कि रविवार तक कम से कम 20 लोगों की मौत की जानकारी एंगा प्रांत में समुदाय के सदस्यों और स्थानीय अधिकारियों से प्राप्त हुई है।

बागोसी ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया, ‘अब तक पुष्टि हुई है कि कम से कम 20 लोग मारे गए हैं, लेकिन मेरे पास जो खबर है, उसके अनुसार यह संख्या 50 तक हो सकती है।’ उन्होंने बताया कि हिंसा जारी है।

बागोसी ने सेना और पुलिस का जिक्र करते हुए कहा, ‘आज कुछ सुरक्षा कर्मियों ने इलाके में प्रवेश करना शुरू कर दिया है… इसलिए यह देखना बाकी है कि इसका क्या प्रभाव होगा।’

बागोसी के पास घायलों की संख्या के बारे में जानकारी नहीं थी।

राष्ट्रीय पुलिस आयुक्त डेविड मैनिंग ने कहा कि क्षेत्र में हिंसा बढ़ने के बाद शनिवार को आपातकाल घोषित कर दिया गया तथा निवासियों एवं बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए पुलिस को तैनात किया गया है।

मैनिंग ने एक बयान में कहा, ‘अवैध खननकर्ताओं और अवैध प्रवासियों के कारण स्थिति खराब हुई है, जो पारंपरिक भूस्वामियों को निशाना बना रहे हैं और स्थानीय समुदायों को आतंकित करने के लिए हिंसा कर रहे हैं।’

हिंसा के कारण निकटवर्ती न्यू पोर्गेरा स्वर्ण खदान ने कम से कम बृहस्पतिवार तक अपना अधिकांश परिचालन रोक दिया है।

न्यू पोर्गेरा के महाप्रबंधक जेम्स मैकटियरन ने रविवार को एक बयान में कहा, ‘पिछले 24 घंटों में हिंसा में वृद्धि ने हमारे कई स्थानीय कर्मचारियों को प्रभावित किया है। घरों को नष्ट कर दिया गया है, परिवार और दोस्त घायल हो गए हैं या मारे गए हैं, और लोग डर के साये में हैं।’

उन्होंने कहा, ‘मैं इन विनाशकारी घटनाओं से बेहद दुखी हूं और आशा करता हूं कि सरकार जल्द ही घाटी में शांति बहाल करेगी।’

जनजातीय संघर्ष पापुआ न्यू गिनी की अहम समस्या है और यह एंगा में भी व्याप्त है, जहां 24 मई को भारी भूस्खलन में सैकड़ों ग्रामीणों के दब गए थे।

संयुक्त राष्ट्र ने अनुमान लगाया था कि उस भूस्खलन में 670 ग्रामीण मारे गये थे, जबकि पापुआ न्यू गिनी सरकार ने कहा था कि 2,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है।

एपी योगेश अविनाश

अविनाश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)