लंदन। वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने भारत में बैंकों का हजारों करोड़ रुपए का कर्ज लेकर ब्रिटेन में रह रहे शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण केस की अगली सुनवाई 12 सितंबर तक टाल दी है। प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ माल्या की याचिका पर सुनवाई के दौरान मंगलवार को कोर्ट ने भारतीय जेल का वीडियो मुहैया कराने का आदेश भारत सरकार को दिया है।
सुनवाई के लिए कोर्ट पहुंचे माल्या ने अदालत में कहा कि उन पर मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के आरोप पूरी तरह से झूठे हैं। पिछली सुनवाई पर 27 अप्रैल को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को उस समय बड़ी कामयाबी मिली थी जब न्यायाधीश अर्बुथनाट ने मामले में भारतीय एजेंसियों द्वारा पेश सबूतों को मंजूर किया था।
यह भी पढ़ें : बसपा प्रदेश प्रभारी ने गठबंधन के कयासों पर लगाया विराम, कहा- आंकलन के बाद मायावती ही करेंगी फैसला
बता दें कि माल्या पर भारतीय बैंकों के साथ कर्ज में 9,000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग का आरोप है। फिलहाल वह अपने को भारत को सौंपे जाने की भारतीय एजेंसियों की ओर से दाखिल अर्जी का विरोध कर रहा है। फिलहाल 9 हजार करोड़ रुपए का कर्जदार माल्या पिछले 2 साल से लंदन में स्वनिर्वासित रह रहा है।
वेब डेस्क, IBC24