अमेरिका ने पाकिस्तान मिसाइल कार्यक्रम का समर्थन करने वाली चीनी कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध |

अमेरिका ने पाकिस्तान मिसाइल कार्यक्रम का समर्थन करने वाली चीनी कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध

अमेरिका ने पाकिस्तान मिसाइल कार्यक्रम का समर्थन करने वाली चीनी कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध

:   Modified Date:  September 13, 2024 / 04:20 PM IST, Published Date : September 13, 2024/4:20 pm IST

वाशिंगटन, 13 सितंबर (भाषा) अमेरिका ने मिसाइल प्रतिबंध कानूनों के तहत पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम की मदद करने वाली चीन की चार संस्थाओं, एक पाकिस्तानी कंपनी और एक चीनी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि अमेरिका ने मिसाइल प्रतिबंध कानूनों (शस्त्र निर्यात नियंत्रण अधिनियम (एईसीए) और निर्यात नियंत्रण सुधार अधिनियम (ईसीआरए)) के तहत बीजिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑटोमेशन फॉर मशीन बिल्डिंग इंडस्ट्री (आरआईएएमबी) पर प्रतिबंध लगाए हैं,जिसने पाकिस्तान के राष्ट्रीय विकास परिसर (एनडीसी) के साथ मिलकर काम किया।

बयान के मुताबिक बीजिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने एनडीसी का पाकिस्तान की लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का विकास और उत्पादन करने में सहयोग किया ताकि शाहीन-3 और अबाबील सहित बड़े व्यास वाले रॉकेट मोटर्स के परीक्षण के लिए उपकरण खरीदे जा सकें।

बयान के मुताबिक, ‘‘अमेरिका बैलिस्टिक मिसाइल प्रसार गतिविधियों के लिए चीन से कार्य कर रहीं तीन संस्थाओं, एक चीनी नागरिक और एक पाकिस्तानी संस्था पर प्रतिबंध लगा रहा है। चीन से संचालित कंपनी हुबेई हुआचांगदा इंटेलिजेंट इक्विपमेंट कंपनी, यूनिवर्सल एंटरप्राइज लिमिटेड और शीआन लोंगडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड (लोंटेक); और चीनी नागरिक लुओ डोंगमेई (उर्फ स्टीड लुओ) ने जानबूझकर एमटीसीआर श्रेणी I मिसाइल कार्यक्रमों के लिए मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) अनुबंध के तहत नियंत्रित उपकरण और प्रौद्योगिकी को गैर-एमटीसीआर देश को हस्तांतरित किए।’’

बयान के मुताबिक मंत्रालय ने मिसाइल प्रतिबंध कानूनों के तहत पाकिस्तान स्थित संस्था इनोवेटिव इक्विपमेंट पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। इसमें कहा गया, ‘‘अमेरिका चिंताजनक प्रसार और संबंधित खरीद गतिविधियों के विरुद्ध कार्रवाई करना जारी रखेगा, चाहे वे कहीं भी घटित हों।’’

भाषा धीरज माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)