नाटो निमंत्रण पर अमेरिका की हरी झंडी ही ‘अनिच्छुक’ जर्मनी को प्रभावित कर सकती है : जेलेंस्की |

नाटो निमंत्रण पर अमेरिका की हरी झंडी ही ‘अनिच्छुक’ जर्मनी को प्रभावित कर सकती है : जेलेंस्की

नाटो निमंत्रण पर अमेरिका की हरी झंडी ही ‘अनिच्छुक’ जर्मनी को प्रभावित कर सकती है : जेलेंस्की

:   Modified Date:  October 22, 2024 / 08:23 PM IST, Published Date : October 22, 2024/8:23 pm IST

कीव, 22 अक्टूबर (एपी) यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को उम्मीद है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद उनकी तथाकथित ‘विजय योजना’ पर सहयोगी अधिक सकारात्मक रुख अपनाएंगे।

हालांकि, जेलेंस्की ने स्वीकार किया कि उनकी प्रमुख मांग – उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने के निमंत्रण – को लेकर कुछ प्रमुख पश्चिमी साझेदार, विशेष रूप से जर्मनी ‘‘अनिच्छुक’’ नजर आता है।

जेलेंस्की ने कहा कि रूस संभवतः यूक्रेन के साथ युद्ध विराम वार्ता की संभावना का आकलन करने के लिए अमेरिका में चुनाव के बाद के परिदृश्य पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

जेलेंस्की ने सोमवार को पत्रकारों से यह बातें कहीं।

नाटो में शामिल होने के संबंध में जेलेंस्की ने कहा कि फ्रांस, ब्रिटेन और इटली ने समर्थन के संकेत दिए हैं। हालांकि, जर्मनी की तरफ से कुछ संशय की स्थिति नजर आती है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति का मानना ​​है कि केवल अमेरिका की ‘‘हरी झंडी’’ ही बर्लिन को इस विचार को स्वीकार करने के लिए राजी कर सकती है।

जेलेंस्की ने कहा, ‘‘जर्मन पक्ष हमारी नाटो सदस्यता को लेकर संशय में है, यह एक तथ्य है। मेरा मानना ​​है कि उनका रुख पहले की तुलना में नरम है और यह भी एक तथ्य है। लेकिन जब मुद्दा निमंत्रण का होता है, जिसके बारे में मैं अभी बात कर रहा हूं, तो वे रूस की प्रतिक्रिया से डरते हैं।’’

एपी शफीक पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)