(उज्मी अतहर)
बाकू, 12 नवंबर (भाषा) संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन प्रमुख साइमन स्टील ने जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले भारी आर्थिक नुकसान पर कड़ी चेतावनी देते हुए मंगलवार को कहा कि इसके बिगड़ते प्रभाव से मुद्रास्फीति बढ़ेगी और उन्होंने देशों से और अधिक निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया।
‘यूनाइटेड नेशंस कन्वेंशन आन क्लाइमेट चेंज’ (यूएनएफसीसीसी) के कार्यकारी सचिव स्टील ने राष्ट्रीय नीतियों में जलवायु कार्रवाई को दरकिनार करने की प्रवृत्ति की भी आलोचना की और इसे “आपदा का नुस्खा” करार दिया।
यहां वार्षिक संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन – सीओपी 29 – में विश्व नेताओं के जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने जलवायु संकट को “अर्थव्यवस्था का हत्यारा” बताया, जिसका प्रभाव पहले से ही विभिन्न देशों में सकल घरेलू उत्पाद का 5 प्रतिशत तक है।
साहसिक नीतियों की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए, स्टील ने रेखांकित किया कि जलवायु प्रभाव किस प्रकार एक “दूरस्थ चिंता” से विकसित होकर एक “तत्काल वित्तीय खतरा” बन गया है, तथा इस बात पर बल दिया कि बिगड़ती जलवायु घटनाएं अब केवल भावी पीढ़ियों का मुद्दा नहीं रह गई हैं।
उन्होंने कहा, “जलवायु संकट जीवन-यापन की लागत का संकट है।” उन्होंने बताया कि किस प्रकार जलवायु-जनित आपदाएं घरेलू और व्यावसायिक लागतों को बढ़ा रही हैं, तथा वैश्विक स्तर पर वस्तुओं और सेवाओं की लागत में वृद्धि कर रही हैं।
उन्होंने चेतावनी दी, “जब तक हर देश जलवायु परिवर्तन के संबंध में साहसिक कदम नहीं उठाता, तब तक जलवायु परिवर्तन के बिगड़ते प्रभाव से मुद्रास्फीति में वृद्धि होगी।”
आपूर्ति श्रृंखलाओं और आर्थिक स्थिरता पर कोविड-19 महामारी के प्रभाव के साथ समानताएं दर्शाते हुए, स्टील ने देशों से जलवायु वित्त को एक वैकल्पिक एजेंडा ‘आइटम’ के बजाय “वैश्विक मुद्रास्फीति बीमा” के रूप में देखने का आग्रह किया।
उन्होंने राष्ट्रीय नीतियों में जलवायु कार्रवाई को दरकिनार करने की प्रवृत्ति की आलोचना की और इसे “विनाश का नुस्खा” बताया।
स्टील ने नेताओं से न केवल आर्थिक नुकसान को रोकने की अपील की, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा में परिवर्तन के अवसरों को पहचानने की भी अपील की। उन्होंने कहा, “साहसिक जलवायु कार्रवाई हर जगह आर्थिक अवसर और समृद्धि ला सकती है”। उन्होंने स्वच्छ ऊर्जा को रोजगार सृजन, विकास को बढ़ावा देने और प्रदूषण को कम करने के आधार के रूप में स्थापित किया।
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन प्रमुख ने एक मजबूत वैश्विक जलवायु वित्त लक्ष्य निर्धारित करने के महत्व पर भी बल दिया तथा इसे सीओपी29 (की सफलता) के लिए एक अनिवार्य शर्त बताया।
उन्होंने जोर देकर कहा, “अरबों लोग यह बर्दाश्त नहीं कर सकते कि उनकी सरकार सीओपी29 को वैश्विक जलवायु वित्त लक्ष्य के बिना छोड़ दे।” उन्होंने नेताओं से आग्रह किया कि वे सहयोग में तेजी लाने और कूटनीतिक गतिरोधों से बचने के लिए अपने वार्ताकारों को अपनी अपेक्षाओं से अवगत कराएं।
भाषा प्रशांत अमित
अमित
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)