(अदिति खन्ना)
लंदन, छह नवंबर (भाषा) ब्रिटिश सरकार के अंतरराष्ट्रीय शिक्षा चैंपियन सर स्टीव स्मिथ ने भारत को “पूर्ण प्राथमिकता” वाला देश घोषित किया है। हाल ही में निर्वाचित लेबर पार्टी की सरकार के तहत देश की अंतरराष्ट्रीय शिक्षा रणनीति की समीक्षा की जा रही है।
इस सप्ताह लंदन के हाउस ऑफ लॉर्ड्स परिसर में ‘इंडिया-यूके अचीवर्स ऑनर्स’ के तीसरे संस्करण की शुरुआत के अवसर पर वरिष्ठ शिक्षाविद ने दोहराया कि ‘ग्रेजुएट रूट’ के तहत ब्रिटेन की, अध्ययन के बाद कार्य वीजा की पेशकश अपरिवर्तित रहेगी।
अध्ययन के बाद कार्य अनुभव के अवसर भारतीय छात्रों के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय हैं, जो इस श्रेणी के वीजा में प्रमुख हैं।
एक्सटर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति स्मिथ ने कहा, “यद्यपि हम वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय शिक्षा रणनीति को संशोधित कर रहे हैं, फिर भी मैं यह गारंटी दे सकता हूं कि भारत हमारी दोनों उच्च शिक्षा प्रणालियों, हमारे छात्रों और कर्मचारियों के बीच, तथा सबसे बढ़कर, हमारे दोनों देशों के लोगों के बीच मजबूत संबंध विकसित करने में एक पूर्ण प्राथमिकता बना रहेगा।”
उन्होंने कहा, “मेरा संदेश बिल्कुल स्पष्ट है, अंतरराष्ट्रीय छात्रों का स्वागत है। ब्रिटेन आने वाले छात्रों की संख्या की कोई सीमा नहीं है। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस नयी सरकार के तहत ‘ग्रेजुएट रूट’ में कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है। यह एक बहुत बड़ी लड़ाई थी, लेकिन निष्कर्ष यह है कि इसमें कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है।”
पिछली कंजर्वेटिव सरकार ने स्वतंत्र प्रवासन सलाहकार समिति (एमएसी) द्वारा ग्रेजुएट रूट की समीक्षा का आदेश दिया था, जिसने निष्कर्ष निकाला था कि अध्ययन के बाद कार्य की पेशकश को बरकरार रखा जाना चाहिए।
भाषा प्रशांत मनीषा
मनीषा
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत
1 hour ago