ब्रिटेन: प्रदर्शनी में औपनिशेविक काल के बाद की भारतीय वास्तुशिल्प की विविधता प्रदर्शित की जाएगी |

ब्रिटेन: प्रदर्शनी में औपनिशेविक काल के बाद की भारतीय वास्तुशिल्प की विविधता प्रदर्शित की जाएगी

ब्रिटेन: प्रदर्शनी में औपनिशेविक काल के बाद की भारतीय वास्तुशिल्प की विविधता प्रदर्शित की जाएगी

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Modified Date: September 14, 2024 / 08:29 PM IST
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Published Date: September 14, 2024 8:29 pm IST

(अदिति खन्ना)

लंदन, 14 सितंबर (भाषा) एक प्रसिद्ध वास्तुकार, शहरी योजनाकार और राजनयिक लंदन के नेहरू सेंटर में एक विशेष प्रदर्शनी में, पिछले 50 वर्षों में भारत के सामाजिक-शहरी परिदृश्य के विकास को प्रदर्शित करेंगे।

भारत में अल्बानिया के मानद महावाणिज्यदूत दीक्षु सी. कुकरेजा इस महीने के अंत में ‘एक राष्ट्र की पुनर्कल्पना: आजादी के बाद स्वतंत्र भारत में वास्तुशिल्प बदलाव’ नामक इस प्रदर्शनी की शुरुआत करेंगे। बाद में यह आम लोगों के लिए खुलेगी और चार अक्टूबर तक जारी रहेगी।

‘सीपी कुकरेजा फाउंडेशन फॉर डिजाइन एक्सीलेंस’ की इस परियोजना में पारंपरिक पश्चिमी धारणाओं को चुनौती देते हुए भारतीय वास्तुशिल्प की गतिशीलता को रेखांकित करने के लिए अवधारणा नोट्स, रेखाचित्रों, तस्वीरों का उपयोग किया गया है।

‘सीपी कुकरेजा आर्किटेक्ट्स’ के प्रबंध प्रमुख और ‘सीपी कुकरेजा फाउंडेशन फॉर डिजाइन एक्सीलेंस’ के निदेशक दीक्षु सी. कुकरेजा ने प्रदर्शनी की शुरुआत से पहले कहा, “यह प्रदर्शनी पिछले 50 वर्षों में भारत के वास्तुशिल्प विकास का प्रमाण है।”

प्रदर्शनी 1970 और 80 के दशक की आधुनिक इमारतों से लेकर उदारीकरण के बाद के युग की नवोन्मेषी परियोजनाओं और वर्तमान समय के अत्याधुनिक डिजाइनों तक, भारत की वास्तुशिल्प यात्रा की झलक प्रस्तुत करेगी।

भाषा राजकुमार सुभाष

सुभाष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)