एंडोमेट्रियोसिस से जुड़े दर्द के कारण दो तिहाई महिलाएं स्कूल और कार्यालय नहीं जा पाती: अध्ययन |

एंडोमेट्रियोसिस से जुड़े दर्द के कारण दो तिहाई महिलाएं स्कूल और कार्यालय नहीं जा पाती: अध्ययन

एंडोमेट्रियोसिस से जुड़े दर्द के कारण दो तिहाई महिलाएं स्कूल और कार्यालय नहीं जा पाती: अध्ययन

:   Modified Date:  September 15, 2024 / 04:52 PM IST, Published Date : September 15, 2024/4:52 pm IST

(राशा अल-लामी, येल विश्वविद्यालय द्वारा)

न्यू हेवन (अमेरिका), 15 सितंबर (द कन्वरसेशन) अमेरिका में 15 से 44 वर्ष की आयु की 17 हजार से अधिक महिलाओं पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित दो तिहाई से अधिक महिलाएं इस स्थिति से होने वाले दर्द के कारण स्कूल या कार्यालय से अनुपस्थित रहती हैं।

यह ‘जर्नल ऑफ एंडोमेट्रियोसिस एंड यूटेराइन डिसऑर्डर्स’ में प्रकाशित नए शोध का प्रमुख निष्कर्ष है।

हमारे अध्ययन में यह भी पाया गया कि श्वेत महिलाओं की तुलना में अश्वेत और हिस्पैनिक महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस का निदान होने की संभावना कम थी। दिलचस्प बात यह है कि एलजीबीटीक्यू समुदाय की महिलाओं में विषमलैंगिक महिलाओं की तुलना में एंडोमेट्रियोसिस का निदान होने की संभावना अधिक थी।

‘हिस्पैनिक’ शब्द स्पेन , स्पेनिश भाषा या व्यापक रूप से हिस्पैनिडैड से संबंधित लोगों, संस्कृतियों या देशों को संदर्भित करता है।

हमने 2011 से 2019 की अवधि के लिए रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों द्वारा संचालित राष्ट्रीय स्वास्थ्य और पोषण परीक्षा सर्वेक्षण के आंकड़ों का उपयोग किया।

अध्ययन में शामिल 17,619 महिलाएं अमेरिकी जनसंख्या की 51,981,323 महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं।

हमने विशेष रूप से जीवन की गुणवत्ता से संबंधित कारकों की जांच की, जैसे गरीबी, शिक्षा और कार्यात्मक असमर्थता, साथ ही जाति और यौन अभिविन्यास।

मैं एक चिकित्सक-वैज्ञानिक और महिला स्वास्थ्य में शोधकर्ता हूं, येल और टेक्सास विश्वविद्यालय के ओबी-जीवाईएन विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम कर रही हूं।

एंडोमेट्रियोसिस एक दर्दनाक स्थिति है जो दुनियाभर में प्रजनन आयु की लगभग 10 प्रतिशत महिलाओं को प्रभावित करती है। एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें एंडोमेट्रियम (गर्भाशय या गर्भाशय के अंदर की परत बनाने वाला ऊतक) जैसा ऊतक गर्भाशय के बाहर मौजूद होता है। इस बीमारी के कारण पेट के निचले हिस्से में और मासिक धर्म के दौरान दर्द होता है।

हमने पाया कि अमेरिका में प्रजनन आयु की 6.4 प्रतिशत महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस का निदान किया गया था। लगभग 67 प्रतिशत महिलाओं ने बताया कि एंडोमेट्रियोसिस से जुड़े दर्द के कारण वे अपने काम पर या स्कूल नहीं जा पाती हैं या दैनिक गतिविधियां करने में असमर्थ हो जाती हैं।

हमारा अध्ययन विभिन्न नस्लीय समूहों के बीच एंडोमेट्रियोसिस के निदान और प्रबंधन में असमानताओं को उजागर करता है। अश्वेत महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस का निदान होने की संभावना 63 प्रतिशत कम थी और हिस्पैनिक महिलाओं में गैर-हिस्पैनिक श्वेत महिलाओं की तुलना में 55 प्रतिशत कम संभावना थी।

यह असमानता स्वास्थ्य देखभाल में ऐतिहासिक पूर्वाग्रहों को प्रतिबिंबित कर सकती है, तथा अधिक समतापूर्ण व्यवहार की आवश्यकता की ओर इशारा करती है।

हमारा अध्ययन अमेरिका में राष्ट्रीय स्तर पर गैर-विषमलैंगिक महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस की संभावना की जांच करने वाला पहला अध्ययन था।

हमें एंडोमेट्रियोसिस और जीवन की गुणवत्ता के अन्य संकेतकों, जैसे गरीबी, शिक्षा या रोजगार की स्थिति के बीच कोई महत्वपूर्ण संबंध नहीं मिला।

अध्ययन के अनुसार अश्वेत महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस का निदान होने की संभावना कम होती है और उनके बताए गए दर्द के लक्षणों को अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है।

यह एक और संभावित कारण है कि एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित अश्वेत महिलाओं में दर्द के लक्षणों को नजरअंदाज कर दिया जाता है।

ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने भी यही निष्कर्ष प्रस्तुत किया तथा इन असमानताओं के लिए प्रणालीगत पूर्वाग्रह और असमान चिकित्सा देखभाल को जिम्मेदार ठहराया।

(द कन्वरसेशन)

देवेंद्र नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)