खान यूनिस (गाजा), एक फरवरी (एपी) हमास द्वारा शनिवार को रेड क्रॉस के हवाले किए गए दो बंधक इजराइल पहुंच गए हैं जबकि फलस्तीनी अधिकारियों ने कहा है कि इजराइल ने गाजा संघर्ष विराम समझौते के दौरान चौथे दौर की बंधक-कैदी अदला-बदली के तहत दर्जनों कैदियों को रिहा करने पर सहमति जताई है।
इस वर्ष 19 जनवरी से लागू समझौते का उद्देश्य इजराइल और चरमपंथी समूह हमास के बीच लड़े गए अब तक के सबसे घातक और विनाशकारी युद्ध को खत्म करना है।
समझौते के तहत हमास की ओर से रेड क्रॉस को सौंपे गए बंधकों में यार्दन बिबास (35) और ओफर कैल्डेरोन (54) शामिल हैं। दोनों को सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हमास के हमले के दौरान बंधक बनाया गया था।
एक और बंधक अमेरिकी-इजराइली कीथ सीगल (65) को भी शनिवार को रिहा किया जाना है। उन्हें उत्तरी गाजा सिटी में रेड क्रॉस के हवाले किया जाएगा।
समझौते के तहत शुरुआती छह सप्ताह में 33 बंधकों और लगभग 2,000 कैदियों को रिहा किया जाना है।
इजराइल का कहना है कि उसे हमास से जानकारी मिली है कि उन बंधकों में से आठ या तो हमास के 7 अक्टूबर, 2023 के हमले में मारे गए या फिर कैद में ही उनकी मौत हो गई।
इससे पहले, बृहस्पतिवार को हमास ने तीन बंधकों को छोड़ा था जबकि इजराइल ने 110 कैदी रिहा किए थे।
शनिवार को ही घायल फलस्तीनियों को रफाह सीमा मार्ग से मिस्र जाने की अनुमति दिए जाने की उम्मीद है। युद्ध के दौरान यह फलस्तीनियों के लिए एकमात्र निकास बिंदु था। मई में इजराइल ने इसे बंद कर दिया था। सीमा बिंदु को फिर से खोलने की तैयारी के लिए शुक्रवार को यूरोपीय संघ के नागरिक मिशन को तैनात किया गया था।
समझौते में उत्तरी गाजा में फलस्तीनियों की वापसी और तबाह हुए क्षेत्र में मानवीय सहायता में वृद्धि किया जाना शामिल है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 50 बीमार और घायल बच्चों को 61 साथियों के साथ रफाह क्रॉसिंग के रास्ते भेजा जाना है।
एपी जोहेब नरेश
नरेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)