वाशिंगटन, 20 जनवरी (भाषा) डोनाल्ड जे. ट्रंप ने सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। ट्रंप ने कई कार्यकारी निर्णयों की घोषणा की और कहा कि अमेरिका का ‘‘स्वर्ण युग’’ अभी से शुरू होता है।
ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण के बाद एक जोरदार संबोधन में 20 जनवरी के दिन को ‘लिबरेशन डे’ बताया। उन्होंने कहा कि अब अमेरिका के अच्छे दिनों की शुरुआत होगी और परिवर्तन ‘‘बहुत जल्दी’’ आएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका पृथ्वी पर सबसे महान, सबसे शक्तिशाली, सबसे सम्मानित राष्ट्र के रूप में अपना उचित स्थान पुनः प्राप्त करेगा, जिससे देश को पूरी दुनिया की प्रशंसा प्राप्त होगी।’’
रिपब्लिकन पार्टी के नेता ट्रंप (78) ने एक ताकतवर व्यक्ति और एक शक्तिशाली राष्ट्रपति की दृष्टि के साथ व्हाइट हाउस में वापसी की है। साथ ही उन्होंने आव्रजन, शुल्क और ऊर्जा सहित कई क्षेत्रों में अमेरिकी नीतियों को आक्रामक रूप से बदलने का वादा किया है।
अमेरिका के नये राष्ट्रपति ने कुछ ऐसे कदमों को सूचीबद्ध किया जो वे तत्काल उठाएंगे। इनमें अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर एक राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करना, मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी करना और पनामा नहर को वापस हासिल करना शामिल है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज के बाद से हमारा देश फिर से समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में इसका सम्मान किया जाएगा। हर देश हमसे ईर्ष्या करेगा और हम कतई ऐसा नहीं होने देंगे कि कोई हमारा फायदा उठाये।’’
ट्रंप (78) ने अमेरिका को ‘‘सर्वोपरि’’ रखने की प्रतिबद्धता जतायी। रिपब्लिकन पार्टी के नेता ट्रंप ने कहा कि उनके नेतृत्व में देश ‘‘फूलेगा फलेगा और उसका सम्मान किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वर्षों से अभिव्यक्ति पर अवैध और असंवैधानिक पाबंदी के बाद, मैं सभी प्रकार की ‘सेंसरशिप’ पर रोक और अमेरिका में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को वापस लाने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करूंगा।’’
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विशेष दूत के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया।
ट्रंप ने कहा, ‘‘न्याय के तराजू को फिर से संतुलित किया जाएगा। न्याय विभाग और सरकार का क्रूर, हिंसक और अनुचित हथियारीकरण समाप्त हो जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम असफल नहीं होंगे। आज के दिन से अमेरिका एक मुक्त, सम्प्रभु और स्वतंत्र राष्ट्र होगा। भविष्य हमारा है और हमारा स्वर्ण युग अभी से शुरू होता है।’’
ट्रंप ने अपने संबोधन में घरेलू तेल उत्पादन बढ़ाने, वादे के मुताबिक कर वसूलने के लिए एक सरकारी इकाई गठित करने और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम को रद्द करने का भी वादा किया।
ट्रंप से पहले जे. डी. वेंस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली।
ट्रंप ने पांच नवम्बर के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी प्रतिद्वंद्वी एवं डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस पर शानदार जीत दर्ज की थी। चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप की हत्या के इरादे से उन पर दो बार हमला किया गया। ट्रंप को राष्ट्रपति रहते दो बार महाभियोग का भी सामना करना पड़ा था।
चार साल पहले, ट्रंप ने पद पर बने रहने के लिए 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को पलटने का असफल प्रयास किया था। नवीनतम चुनाव में उनकी जीत को अमेरिकी राजनीतिक इतिहास में सबसे उल्लेखनीय जीत माना गया है।
अमेरिका की राजधानी में बहुत अधिक ठंड होने की वजह से शपथग्रहण समारोह कैपिटल रोटुंडा (संसद भवन के केंद्रीय कक्ष) में आयोजित किया गया। पहले शपथग्रहण समारोह खुले स्थान पर आयोजित करने की योजना बनाई गई थी।
इस समारोह में ट्रंप की पत्नी मेलानिया, उनकी बेटी इवांका और इवांका के पति जेरेड कुशनर और अरबपति एलन मस्क, जेफ बेजोस तथा टिम कुक शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने पर बधाई! मैं दोनों देशों को लाभ पहुंचाने और दुनिया के बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए एक बार फिर एक साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं। आगे एक सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं!’
भाषा अमित नरेश
नरेश
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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