कीव, 26 अप्रैल (एपी) रूस की सेना के पूर्वी क्षेत्र से दूर यूक्रेन में अन्य स्थानों पर मिसाइलों और युद्धक विमानों से हमले कर रेल और ईंधन प्रतिष्ठानों को निशाना बनाए जाने के बीच मॉस्को के शीर्ष राजनयिक ने तीसरे विश्व युद्ध को भड़काने के खिलाफ यूक्रेन को चेतावनी दी और कहा कि परमाणु संघर्ष के खतरे को “कम करके नहीं आंका जाना चाहिए”।
अमेरिका ने इस बीच यूक्रेन को और हथियार देने की घोषणा की है और कहा कि पश्चिमी सहयोगियों की मदद से दो माह से चल रहे युद्ध में असर पड़ा है। माना जा रहा है कि ये हमले इन्हीं नयी मदद को रोकने के लिए किए गए हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मिलने के लिए रक्षा मंत्री के साथ कीव का दौरा करने के एक दिन बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने घोषणा की थी, “रूस नाकाम हो रहा है। यूक्रेन सफल हो रहा है।”
अमेरिका ने यूक्रेन को हथियार और अन्य साजोसामान मुहैया कराने के लिये सहायता की भी घोषणा की थी।
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा था, “हम यूक्रेन को एक संप्रभु देश के रूप में देखना चाहते हैं। एक लोकतांत्रिक देश अपने संप्रभु क्षेत्र की रक्षा करने में सक्षम है। हम रूस को उस बिंदु तक कमजोर देखना चाहते हैं जहां वह यूक्रेन पर हमले जैसे कदम न उठा सके।”
ऑस्टिन की टिप्पणी व्यापक अमेरिकी रणनीतिक लक्ष्यों में बदलाव का प्रतिनिधित्व करती प्रतीत होती है। पहले, अमेरिका का रुख था कि अमेरिकी सैन्य सहायता का लक्ष्य यूक्रेन को जीतने में मदद करना और यूक्रेन के नाटो पड़ोसियों को रूसी खतरों से बचाना था।
ऑस्टिन को एक स्पष्ट प्रतिक्रिया में, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस को “प्रतीत होता है कि पश्चिम चाहता है कि यूक्रेन लड़ाई जारी रखे और, जैसा कि उन्हें लगता है कि यह रूसी सेना और रूसी सैन्य उद्योग को समाप्त कर देगा। यह एक भ्रम है।”
उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों द्वारा की गई हथियारों की आपूर्ति “एक वैध लक्ष्य” है और रूसी बलों ने पहले ही पश्चिमी यूक्रेन में हथियारों के भंडारगृह को निशाना बनाया है।
लावरोव ने यूक्रेनी नेताओं पर नाटो को संघर्ष में शामिल होने के लिए कहकर रूस को उकसाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नाटो प्रभावी रूप से “छद्म रूप से रूस के साथ युद्ध में शामिल है और परदे के पीछे से हथियार मुहैया करा रहा है।” उन्होंने रूसी टेलीविजन पर एक व्यापक साक्षात्कार में कहा “हर कोई यही कह रहा है कि हम किसी भी स्थिति में तीसरे विश्व युद्ध की अनुमति नहीं दे सकते।”
रूसी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर एक प्रतिलेख (ट्रांसक्रिप्ट) के अनुसार, लावरोव ने कहा, हथियार उपलब्ध कराकर नाटो सेना “आग में घी डाल रही है।”
परमाणु टकराव की आशंका के बारे में लावरोव ने कहा, “खतरा गंभीर है, यह वास्तविक है। इसे कम करके नहीं आंका जाना चाहिए।”
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ट्विटर पर कहा कि लावरोव की टिप्पणी यूक्रेन की पश्चिमी मदद की आवश्यकता को रेखांकित करती है: “रूस, यूक्रेन का समर्थन करने से दुनिया को डराने की आखिरी उम्मीद खो चुका है। इस प्रकार तीसरे विश्वयुद्ध के वास्तविक खतरे की बात है। इसका मतलब केवल यह है कि मॉस्को को यूक्रेन में हार का आभास है।”
एपी
प्रशांत नरेश
नरेश
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