भारत से बहुत कुछ सीखा जा सकता है: ब्रिटिश मंत्री |

भारत से बहुत कुछ सीखा जा सकता है: ब्रिटिश मंत्री

भारत से बहुत कुछ सीखा जा सकता है: ब्रिटिश मंत्री

:   Modified Date:  October 23, 2024 / 02:17 PM IST, Published Date : October 23, 2024/2:17 pm IST

(अदिति खन्ना)

लंदन, 22 अक्टूबर (भाषा) ब्रिटेन भारत से विशेष रूप से कृत्रिम मेधा (एआई) और अंतरिक्ष विज्ञान के मामले में बहुत कुछ सीख सकता है। प्रधानमंत्री कीअर स्टार्मर के नेतृत्व वाली सरकार के एक मंत्री ने यह बात कही।

सोमवार शाम को यहां ‘लेबर इंडियन डायस्पोरा’ समूह द्वारा आयोजित दिवाली समारोह को संबोधित करते हुए ब्रिटेन की कार्मिक एवं पेंशन मंत्री लिज केंडल ने जुलाई में होने वाले आम चुनाव के लिए पार्टी के घोषणापत्र का जिक्र किया, जिसमें भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने और मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए प्रतिबद्धता जताई गई है।

केंडल ने कहा, “यह हमारे घोषणापत्र का एक बहुत ही स्पष्ट हिस्सा था कि हम भारत के साथ एक नया रणनीतिक संबंध बनाना चाहते हैं क्योंकि हम अपने दो महान देशों के बीच महत्वपूर्ण संबंधों को समझते हैं।”

उन्होंने कहा, ‘दोनों देशों के बीच संबंध बहुत महत्वपूर्ण हैं और यही कारण है कि हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है कि हम लोकतंत्र और आकांक्षाओं के हमारे साझा मूल्यों के आधार पर भारत के साथ एक नया रणनीतिक संबंध बनाना चाहते हैं, जिसमें एक मुक्त व्यापार (समझौता) और वैश्विक, जलवायु व आर्थिक सुरक्षा के लिए एक नई रणनीतिक साझेदारी भी शामिल है।”

उन्होंने कहा, ‘भारत जो कर रहा है, उससे हम बहुत कुछ सीख सकते हैं, विशेष रूप से एआई, तकनीक, अंतरिक्ष विज्ञान और अनुसंधान, नौकरियों के सृजन, ज्ञान आदि के क्षेत्र में।”

दिवाली समारोह में कई नवनिर्वाचित ब्रिटिश भारतीय सांसद शामिल हुए, जिनमें ब्रिटिश सिख जस अठवाल, केरल के निवासी सोजन जोसेफ और वेल्स से भारतीय मूल के पहले सांसद कनिष्क नारायण प्रमुख थे।

भाषा

जोहेब नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)