बाकू (अजरबैजान), 16 नवंबर (एपी) अजरबैजान की राजधानी में बाकू में जारी सीओपी29 जलवायु शिखर सम्मेलन अपना पहला सप्ताह पूरा करने जा रहा है, हालांकि वार्ताकार अभी तक इस पर चर्चा कर रहे हैं कि तापमान बढ़ोतरी से निपटने के लिए अमीर देश विकासशील देशों को कितनी आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे।
इस बीच, कार्यकर्ताओं ने दो सप्ताह के शिखर सम्मेलन के दौरान पारंपरिक रूप से अपने सबसे बड़े ‘विरोध दिवस’ को लेकर काम शुरू करने की योजना बनाई है।
बाकू में इस शक्ति प्रदर्शन के जरिए जलवायु न्याय के लिए वैश्विक ‘कार्रवाई दिवस’’ पर दुनियाभर में अजरबैजान की गूंज सुनाई देगी। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित कराने के लिए हर साल कार्यकर्ताओं द्वारा ‘‘डे ऑफ एक्शन’’ आयोजित किया जाता है।
जैसा कि सम्मेलन से पता चलता है कि सीओपी29 में वार्ताकार एक अपेक्षित प्रस्ताव पर सहमति बनाएंगे, जो गरीब देशों के लिए सैकड़ों अरब डॉलर की आर्थिक मदद का हो सकता है। इनमें से कई वार्ताकार ‘ग्लोबल साउथ’ से हैं और पहले से ही जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न मौसम संबंधी आपदाओं का दंश झेल रहे हैं।
कई विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के नुकसान की भरपाई करने तथा स्वच्छ ऊर्जा अपनाने के लिए प्रति वर्ष एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर या उससे अधिक की धनराशि की आवश्यकता है, जिसे अधिकतर देश खुद वहन नहीं कर सकते।
सम्मेलन के मुख्य वार्ताकार याल्चिन रफियेव ने स्वीकार किया कि समझौते के लिए बातचीत बेहद धीमी गति से आगे बढ़ रही है, लेकिन उन्होंने आलोचना को खारिज कर दिया।
सम्मेलन के दूसरे सप्ताह में कई देशों के मंत्री यहां पहुंचेंगे ऐसे में वार्ता में प्रगति देखने को मिल सकती है।
एपी खारी माधव
माधव
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