अफगानिस्तान पर कतर में होने वाली संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भाग लेगा तालिबान |

अफगानिस्तान पर कतर में होने वाली संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भाग लेगा तालिबान

अफगानिस्तान पर कतर में होने वाली संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भाग लेगा तालिबान

:   Modified Date:  June 26, 2024 / 10:59 AM IST, Published Date : June 26, 2024/10:59 am IST

इस्लामाबाद, 26 जून (एपी) तालिबान ने मंगलवार को पुष्टि की है कि अफगानिस्तान पर कतर में संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में होने वाली आगामी बैठक में उसका प्रतिनिधिमंडल शामिल होगा। इससे पहले, आयोजकों ने पिछले सप्ताह कहा था कि महिलाओं को इस बैठक में शामिल नहीं होने दिया जाएगा।

कतर की राजधानी दोहा में 30 जून और एक जुलाई को होने वाली बैठक अफगान संकट पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रायोजित तीसरी बैठक है।

पहली बैठक में तालिबान को आमंत्रित नहीं किया गया था। वहीं, दूसरी बैठक के लिए उन्होंने तथाकथित अस्वीकार्य शर्तें रखी थीं।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि तालिबान में फरवरी में होने वाली दूसरी बैठक में भाग लेने के लिए शर्त रखी थी कि अफगान नागरिक समाज के सदस्यों को वार्ता से बाहर रखा जाए और उनके साथ देश के शासकों जैसा व्यवहार किया जाए।

मंगलवार को काबुल में विदेश मंत्रालय ने कहा कि तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद रविवार से शुरू होने वाली दो दिवसीय बैठक में तालिबान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।

मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी की अध्यक्षता में हुई बैठक में दोहा सम्मेलन के लिए रणनीति पर चर्चा की गई, जिसमें अफगानिस्तान की वित्तीय और बैंकिंग प्रणाली पर लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध, निजी क्षेत्र के विकास में चुनौतियां और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सरकारी कार्रवाई सहित कई विषयों पर चर्चा की गई।

तालिबान ने अगस्त 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता पर उस वक्त कब्जा कर लिया, जब अमेरिका और नाटो सेनाएं दो दशकों के युद्ध के बाद अफगानिस्तान से अपनी वापसी के अंतिम दौर में थीं।

अभी तक किसी भी देश ने अधिकारिक तौर पर तालिबान को अफगानिस्तान की सरकार के रुप में मान्यता नहीं दी है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि जब तक महिलाओं की शिक्षा और रोजगार पर प्रतिबंध लागू रहेंगे, तब तक मान्यता देना लगभग असंभव है।

पिछले सप्ताह, अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र की उच्च अधिकारी रोजा ओटुनबायेवा ने दोहा में होने वाली आगामी बैठक में अफगान महिलाओं को न शामिल किए जाने के फैसले के खिलाफ आवाज उठाई और इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं के अधिकारों की मांग को उठाना जरूरी है।

एपी स्वाती मनीषा

मनीषा

 

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