इस्लामाबाद, 15 अक्टूबर (भाषा) तालिबान द्वारा संचालित मीडिया ने नैतिकता कानूनों का पालन करने के लिए अफगानिस्तान के कुछ प्रांतों में प्राणियों की तस्वीरें दिखाना बंद कर दिया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की।
देश के धर्माचरण मंत्रालय ने अगस्त में सार्वजनिक परिवहन, दाढ़ी बनाना, मीडिया और समारोहों जैसे रोजमर्रा के जीवन के पहलुओं को नियंत्रित करने वाले कानूनों को प्रकाशित किया था जो इस्लामी कानून या शरिया की अधिकारियों की व्याख्या को प्रतिबिंबित करते हैं।
अनुच्छेद 17 के तहत प्राणियों की तस्वीरों के प्रकाशन पर प्रतिबंध है, जिससे अफगान मीडिया और प्रेस की स्वतंत्रता पर पड़ने वाले प्रभावों को लेकर चिंताएं पैदा हो गई हैं।
मंत्रालय के प्रवक्ता सैफ-उल-इस्लाम खैबर ने कहा कि तखार, मैदान वरदक और कंधार प्रांतों में सरकारी मीडिया को सलाह दी गई है कि वह ऐसी किसी भी चीज़ का प्रसारण या प्रकाशन न करें जिनमें जान होती है, मसलन इंसान और पशु।
खैबर ने एक दिन पहले ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया था कि मंत्रालय नैतिकता कानूनों को लागू करने के लिए जिम्मेदार है ।
उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या ये नियम विदेशी मीडिया सहित सभी मीडिया संस्थानों पर लागू होंगे या सिर्फ अफगान चैनलों और वेबसाइट पर ही लागू होंगे।
ईरान और सऊदी अरब सहित कोई भी मुस्लिम बहुल देश इस तरह के प्रतिबंध नहीं लगाता है। 1990 के दशक के अंत में अपने पिछले शासन के दौरान, तालिबान ने अधिकांश टेलीविज़न, रेडियो और समाचार पत्रों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था।
भाषा
नोमान अविनाश
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