ताइपे, 10 अक्टूबर (एपी) ताइवान ने चीन से मिलने वाली धमकियों के बीच बृहस्पतिवार को अपना राष्ट्रीय दिवस मनाया। चीन स्वशासित द्वीपीय गणराज्य को अपना क्षेत्र बताकर उस पर दावा करता रहा है।
यह उत्सव चीन गणराज्य की स्थापना का प्रतीक है, जिसने 1911 में छिंग राजवंश को उखाड़ फेंका था। 1949 में गृह युद्ध के बाद माओत्से तुंग के कम्युनिस्टों ने मुख्य भूमि पर कब्जा जमा लिया था। 1980 और 1990 के दशक में पूर्ण लोकतंत्र को अपनाने तक ताइवान में मार्शल लॉ लागू था, लेकिन वहां चीन से लाया गया मूल संविधान और चीनी गणराज्य का ध्वज भी कायम था।
राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के आठ साल के शासन को जारी रखते हुए मई में पदभार संभाला। यह पार्टी ताइवान को चीन का हिस्सा मानने से इनकार करती है। ‘द नेशनलिस्ट’ एकीकरण के रुख को स्वीकार करती हैं जो ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों किनारों को एक राष्ट्र के रूप में मान्यता देता है।
राष्ट्रीय दिवस के दौरान बृहस्पतिवार को लाई और अन्य गणमान्य लोगों ने भाषण दिए, ताइपे में राष्ट्रपति कार्यालय भवन के सामने सम्मान गारद, सैन्य मार्च बैंड और सैन्य विमानों द्वारा उड़ान सहित प्रदर्शन किए गए, लेकिन पिछले वर्षों की तरह भारी सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन नहीं किया गया।
एपी यासिर प्रशांत मनीषा
मनीषा
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