ओटावा, 23 जुलाई (भाषा) कनाडा के एडमॉन्टन शहर में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर की दीवार पर कथित तौर पर घृणास्पद और भारत विरोधी बातें लिखकर उसे विरूपित किए जाने का मामला सामने आया है।
वैंकूवर में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हम एडमॉन्टन में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर को भारत विरोधी नारे लिखकर विरूपित किए जाने की निंदा करते हैं। हमने कनाडाई अधिकारियों से घटना की जांच करने और अपराधियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।’’
मंदिर संचालन संस्था बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण (बीएपीएस) ने इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
एडमॉन्टन सेंटर से सांसद/प्रतिनिधि रैंडी बोइसोनॉल्ट ने कहा, ‘‘एडमॉन्टन मंदिर को पेंट से विरूपित किया गया, उस स्थान की दीवारों पर घृणित बयानबाजी लिखी गई, जो शरणस्थली होना चाहिए था। कनाडा में घृणा का कोई स्थान नहीं है – पूजा और प्रार्थना के स्थानों पर तो कतई नहीं। यह घटना निंदनीय है और हमारे शहर के मूल्यों के विरुद्ध है।’’
कनाडा में हिंदू व्यापारिक समुदाय के हितों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित ‘कैनेडियन हिंदू चैंबर ऑफ कॉमर्स’ (सीएचसीसी) के एक बयान में कहा गया, ‘‘यह घटना न केवल एक भौतिक संरचना पर हमला है, बल्कि हिंदू समुदाय की भावनाओं और हमारे समाज के सम्मान एवं सहिष्णुता के सिद्धांतों का भी अपमान है।’’
उसने ‘‘घृणा के इस मूर्खतापूर्ण कृत्य’’ और कनाडा में “हिंदूफोबिया (हिंदुओं के खिलाफ पूर्वाग्रह) की बढ़ती लहर” की निंदा की और कहा, ‘‘ये घटनाएं बेहद परेशान करने वाली हैं और हमारे बहुसांस्कृतिक एवं समावेशी समाज में इनका कोई स्थान नहीं है।”
पिछले साल मंदिरों को विरूपित किए जाने की कम से कम तीन घटनाएं हुई थीं।
चंद्रा आर्या और टेरी डुगुइड समेत कई नेताओं और संगठनों ने एडमॉन्टन में हुई इस घटना की निंदा की है।
भाषा सिम्मी नरेश
नरेश
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