सिंगापुर में भारतीय मूल के विपक्ष के नेता पर संसद में झूठ बोलने पर शुरू हुई अदालती सुनवाई |

सिंगापुर में भारतीय मूल के विपक्ष के नेता पर संसद में झूठ बोलने पर शुरू हुई अदालती सुनवाई

सिंगापुर में भारतीय मूल के विपक्ष के नेता पर संसद में झूठ बोलने पर शुरू हुई अदालती सुनवाई

:   Modified Date:  October 14, 2024 / 08:13 PM IST, Published Date : October 14, 2024/8:13 pm IST

(गुरदीप सिंह)

सिंगापुर, 14 अक्टूबर (भाषा) सिंगापुर में भारतीय मूल के विपक्ष के नेता प्रीतम सिंह के खिलाफ संसद में अपनी पूर्व सहयोगी के बारे में पूछताछ के दौरान झूठ बोलने के सिलसिले में सोमवार को अदालती सुनवाई शुरू हुयी।

सिंह की वर्कर्स पार्टी (डब्ल्यूपी) की पूर्व सहयोगी रईसा खान ने एक बलात्कार पीड़िता के साथ थाने जाने के बारे में 2021 में संसद में दो बार झूठ बोला था। थाने में एक पुलिस अधिकारी ने कथित तौर पर महिला के पहनावे और मद्यपान के बारे में टिप्पणी की थी।

सिंह (48) पर 10 सितंबर और 15 दिसंबर, 2021 को विशेषाधिकार समिति के सामने झूठ बोलने का आरोप है। इस समिति ने खान के आचरण की जांच के लिए इन तारीखों को बैठक की थी।

सिंह पर झूठ बोलने का आरोप है कि आठ अगस्त, 2021 को खान और डब्ल्यूपी सदस्यों सिल्विया लिम और मुहम्मद फैसल अब्दुल मनाप के साथ बैठक के आखिर में वह चाहते थे कि खान संसद में किसी समय पर स्पष्ट रूप से कह दें कि उन्होंने बलात्कार पीड़िता के साथ थाने जाने के बारे में जो कुछ कहा था वह झूठ था।

एक अन्य कथित झूठ यह है कि जब सिंह ने तीन अक्टूबर, 2021 को खान से बात की, तो वह उन्हें यह बताना चाहते थे कि अगर अगले दिन संसद में यह मुद्दा आया, तो उन्हें स्पष्ट करना होगा कि बलात्कार पीड़िता के साथ जाने की उनकी कहानी झूठी थी।

‘चैनल न्यूज एशिया’ की खबर है कि उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एवं वर्तमान उप अटॉर्नी जनरल अंग चेंग हॉक की अगुवाई में अभियोजकों की एक टीम ने आरोप लगाया कि सिंह ने खान के झूठ के मामले में अपनी जिम्मेदारी को कमतर दिखाने की चेष्टा में विशेषाधिकार समिति के सामने झूठी गवाही दी।

सिंह को पहली बार सात अगस्त, 2021 को खान के साथ फोन पर हुई बातचीत में पता चला था कि बलात्कार पीड़िता के साथ जाने की उनकी बात झूठी थी।

एक दिन बाद सिंह ने खान, लिम और फैसल मनाप से अपने घर पर भेंट की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के बाद खान के झूठ पर भी गौर किया।

अभियोजन पक्ष ने कहा कि इस भेंट में ही खान को पता चल गया था कि उनकी पार्टी के नेता नहीं चाहते हैं कि वह इस झूठ पर सफाई दें, ऐसे में उन्हें इस मामले को यूं ही छोड़ देना चाहिए।

डिप्टी अटॉर्नी जनरल ने आरोप लगाया कि सिंह ने तीन अक्टूबर, 2021 को एक अन्य बैठक के दौरान खान को निर्देश दिया था कि अगर अगले दिन संसद में मामला उठाया गया तो झूठ को जारी रखें।

यह सुनवाई उप प्रधान जिला न्यायाधीश ल्यूक टैन के समक्ष अगले बृहस्पतिवार तक पूरे सप्ताह चलेगी।

प्रशिक्षित वकील और अनुभवी राजनीतिज्ञ सिंह पर 19 मार्च, 2024 को आरोप लगाया गया।

भाषा

राजकुमार रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)