(एम जुल्करनैन)
लाहौर, 17 मार्च (भाषा) पाकिस्तान में एक कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी ने अल्पसंख्यक अहमदिया समुदाय के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज करते हुए पंजाब के कई शहरों में इसके सदस्यों को जुमे की विशेष नमाज अदा करने से जबरन रोका तथा उन्हें प्रताड़ित भी किया।
जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान (जेएपी) ने बताया कि पिछले शुक्रवार को तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के सदस्यों ने पंजाब के फैसलाबाद, सरगोधा, लय्याह, गुजरांवाला, सियालकोट, बहावलपुर और ओकारा जिलों में अहमदिया समुदाय के लोगों के नमाज अदा करने वाले स्थलों को घेर लिया और जुमे की नमाज पढना बंद करने की धमकी दी।
जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान (जेएपी) ने बताया कि उन्होंने अहमदियों के खिलाफ नारे लगाए, उन्हें काफिर कहा और उनके नमाज अदा करने वाले स्थलों बंद करने की भी मांग की। वे कह रहे थे कि अहमदिया जुमे की नमाज नहीं पढ सकते क्योंकि यह एक मुस्लिम रिवाज है।
पाकिस्तान की संसद ने 1974 में अहमदिया समुदाय को गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया था। एक दशक बाद, उन्हें खुद को मुसलमान कहने से प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके अलावा, उनके हज यात्रा के लिए सऊदी अरब जाने से भी प्रतिबंध लगा दिया गया।
भाषा योगेश मोना
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