नई दिल्ली। चाइनीज अथॉरिटीज ने शिनजियांग प्रांत में एक मस्जिद को ढहाकर वहां सार्वजनिक शौचालय बना दिया है। बांग्लादेशी मूल की मशहूर लेखिका तस्लीमा नसरीन ने एक ट्वीट कर इस पर निशाना साधा है। इस ट्वीट के कैप्शन में तस्लीमा नसरीन ने लिखा है कि सार्वजनिक शौचालय लोगों के लिए बेहद जरुरी हैं, यहां तक कि मुस्लिमों के लिए भी। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि भगवान है।
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उन्होंने आगे निशाना साधा है कि मस्जिद में अल्लाह की इबादत करना व्यर्थ है। सार्वजनिक शौचालय बेहद उपयोगी हैं। अपने इस ट्वीट के साथ तस्लीमा नसरीन ने एक खबर का लिंक भी शेयर किया है।
Chinese authorities demolish mosque in Xinjiang, build public toilet. Public toilet is more important for people even for Muslims. There is no evidence that God exists. Praying to god at mosques is useless. Public toilet is useful indeed. https://t.co/XiVjChkKGY @wionews
— taslima nasreen (@taslimanasreen) August 18, 2020
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रिपोर्ट के मुताबिक शिनजियांग प्रांत के अतुश इलाके में स्थित मस्जिद को ढहाकर वहां सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कर दिया गया है। अतुश इलाके में स्थित सुनताग गांव में स्थित मस्जिद को साल 2018 में ढहा दिया गया था। इसके दो साल बाद वहां की सरकार ने उस जगह पर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कर दिया है।
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बता दें कि चीन में पिछले काफी समय से वहां के उईगुर मुस्लिमों पर अत्याचार किया जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन ने शिनजियांग प्रांत में करीब 70 फीसदी मस्जिदों को तबाह कर दिया है।
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उल्लेखनीय है कि मस्जिद को तबाहकर वहां शौचालय या कुछ और बनाने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले साल 2019 में भी चीन ने अजना मस्जिद को तबाह करके वहां एक स्टोर का निर्माण किया था, जहां आज शराब और सिगरेट की बिक्री की जाती है।