(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, एक अक्टूबर (भाषा) नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने रविवार को कहा कि चीन की उनकी हालिया यात्रा ने परस्पर विश्वास के माहौल को मजबूत किया है और दोनों पड़ोसी देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को प्रगाढ़ करने में एक अहम भूमिका निभाई है।
संसद में प्रचंड (68) ने कहा कि यात्रा के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री ली कियांग के साथ उनकी चर्चा ने नेपाल-चीन संबंधों को एक नयी ऊंचाई पर ले जाने में मदद की।
उन्होंने कहा कि अतीत में विभिन्न क्षेत्रों में हस्ताक्षर किये गए समझौता ज्ञापनों के क्रियान्वयन के लिए दोनों ओर से प्रतिबद्धता जताई गई।
प्रचंड ने कहा, ‘‘चीन की मेरी हालिया यात्रा, वहां के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के 2019 में नेपाल की राजकीय करने के बाद, यहां से मेरी पहली उच्च स्तरीय यात्रा है। इस यात्रा ने कोविड महामारी के मद्देनजर लंबे समय तक इस तरह की उच्च स्तरीय यात्राएं नहीं होने के बाद नेपाल और चीन के बीच परस्पर विश्वास के माहौल को प्रगाढ़ किया है।’’
उन्होंने कहा कि चीन की उनकी यात्रा ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करने में एक अहम भूमिका निभाई है।
प्रचंड ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति शी और प्रधानमंत्री ली के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता और चर्चा के दौरान, चीन ने इन विचारों का पूरा समर्थन किया कि चीन के साथ हमारे संबंध व्यापार, निवेश, अंतरदेशीय परिवहन नेटवर्क और आर्थिक एवं सामाजिक साझेदारी के इर्द-गिर्द केंद्रित होने चाहिए।’’
उन्होंने सदन को सूचित किया कि चीन के नेताओं के साथ उच्च स्तरीय बैठकों के दौरान उत्तरी सीमावर्ती क्षेत्र में एक ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण करने, केंद्रीय ग्रिड के जरिये बिजली नहीं पहुंचाये जा सकने वाले सीमावर्ती इलाके में सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना और विभिन्न सड़कों के निर्माण पर चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि इसी तरह, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने, कोविड महामारी के बाद से बंद पड़े बॉर्डर ट्रांजिट प्वाइंट को दोबारा खोलने, नेपाल की सीमा की ओर बुनियादी ढांचे के निर्माण और अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं के निर्माण पर भी चर्चा हुई।
प्रचंड ने यह भी कहा कि चीन से पोखरा तक सीधी उड़ानों के परिचलान पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
उन्होंने यह बात दोहराई कि नेपाल ‘एक चीन नीति’ तथा नेपाल-चीन संबंध पंचशील, सौहार्द्रपूर्ण मैत्री, सहयोग व सम्मान और अंतरराष्ट्रीय नियम-कानून के प्रति प्रतिबद्ध है।
प्रचंड संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र को संबोधित करने के बाद 23 सितंबर को न्यूयॉर्क से सीधी उड़ान से आठ दिवसीय यात्रा पर चीन गये थे।
भाषा सुभाष नरेश
नरेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नेपाल में अवैध पिस्तौल और नकली नोट के साथ दो…
11 hours ago