बीजिंग, चार सितंबर (भाषा) चीन में एक नयी पाठ्यपुस्तक में चेतावनी दी गयी है कि ‘रॉक एन रोल’ व पॉप संगीत और इंटरनेट आदि का इस्तेमाल चीनी युवाओं को ‘रंग क्रांति’ के लिए भड़काने की खातिर किया जा सकता है।
पश्चिमी शक्तियों द्वारा उकसाए गए कथित तोड़फोड़ के साथ ही समाज के विभिन्न क्षेत्रों में घुसपैठ करने के प्रयास और सरकारों को उखाड़ फेंकने के लिए अशांति को बढ़ावा देने को चीन ने ‘रंग क्रांति’ का कूट नाम दिया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर नयी पाठ्यपुस्तक पिछले सप्ताह आधिकारिक तौर पर जारी की गयी जिसे वैचारिक नियंत्रण को मजबूत करने और युवा चीनी लोगों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए चीन के नवीनतम कदम के तौर पर देखा जा रहा है।
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के मुखपत्र पीपुल्स डेली के अनुसार, कॉलेज के छात्रों के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी नयी पुस्तक का उपयोग विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय सुरक्षा शिक्षा पर आधारभूत पाठ्यक्रम में किया जाएगा।
राज्य प्रसारक सीसीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, प्राथमिक और जूनियर हाई स्कूलों के लिए भी नयी पाठ्यपुस्तकें जारी की गई हैं जिनमें राष्ट्रीय सुरक्षा और पारंपरिक संस्कृति पर जोर है।
हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट समाचार पत्र में बुधवार को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि पाठ्यपुस्तक के अनुसार, विश्वविद्यालय के छात्रों को पश्चिमी लोकप्रिय संस्कृति के प्रति सतर्क रहना चाहिए और इंटरनेट का उपयोग करते समय ‘रंग क्रांति’ के जाल से सावधान रहना चाहिए।
पाठ्यपुस्तक में चेतावनी दी गई है, ‘‘इंटरनेट संचार का एक प्रमुख माध्यम है; पॉप और रॉक संगीत जैसी लोकप्रिय संस्कृति का अक्सर ‘रंग क्रांति’ के लिए कवर के रूप में उपयोग किया जाता है।’
इसमें ट्यूनीशिया, अरब देश आदि में हुए विभिन्न आंदोलनों का जिक्र किया गया है और तर्क दिया गया है कि उन आंदोलनों से देशों में उथल-पुथल की स्थिति बनी।
नयी पाठ्यपुस्तक 71 वर्षीय राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा पर दिए गए विभिन्न भाषणों पर आधारित है।
भाषा अविनाश माधव
माधव
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