प्रधानमंत्री मोदी की दो दिवसीय सिंगापुर यात्रा शुरू, भारत को आदर्श निवेश गंतव्य बताया |

प्रधानमंत्री मोदी की दो दिवसीय सिंगापुर यात्रा शुरू, भारत को आदर्श निवेश गंतव्य बताया

प्रधानमंत्री मोदी की दो दिवसीय सिंगापुर यात्रा शुरू, भारत को आदर्श निवेश गंतव्य बताया

:   Modified Date:  September 4, 2024 / 10:32 PM IST, Published Date : September 4, 2024/10:32 pm IST

(गुरदीप सिंह)

(तस्वीर सहित)

सिंगापुर, चार सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को अपनी सिंगापुर यात्रा शुरू की जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय मित्रता को मजबूत करना, ‘‘रणनीतिक साझेदारी’’ को गहरा करना और दक्षिण पूर्व एशियाई देश से निवेश आकर्षित करना है।

प्रधानमंत्री मोदी ब्रुनेई की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा समाप्त करने के बाद सिंगापुर के अपने समकक्ष लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर इस दक्षिण-पूर्व एशियाई देश की अपनी पांचवीं आधिकारिक यात्रा के तहत यहां पहुंचे।

नयी दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि दो दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री सिंगापुर के नेतृत्व की तीन पीढ़ियों से संवाद करेंगे।

सिंगापुर के प्रधानमंत्री वोंग ने रात्रिभोज के लिए अपने श्री तेमासेक बंगले पर मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।

वोंग ने मोदी के साथ अपनी तस्वीर साझा करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सिंगापुर में स्वागत है। कल होने वाली आधिकारिक बैठकों से पहले आज भोजन पर उनसे मुलाकात करने का अवसर पाकर खुश हूं।’’

मोदी ने इस पोस्ट पर अपने जवाब में कहा कि वह अपने दोस्त वोंग से मिलकर खुश हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न मुद्दों पर बहुत अच्छी चर्चा हुई। सिंगापुर के साथ मित्रता को भारत संजोए हुए है।’’

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत-सिंगापुर की मित्रता के बंधन को मजबूती प्रदान की जा रही है। प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने सिंगापुर में अपने भव्य श्री तेमासेक बंगले पर प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।’’

मोदी ने ब्रुनेई से सिंगापुर पहुंचने के बाद ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘सिंगापुर पहुंचा हूं। भारत-सिंगापुर मित्रता को मजबूत करने के उद्देश्य से होने वाली अनेक बैठकों को लेकर आशान्वित हूं। भारत में हो रहे सुधार और हमारी युवा शक्ति की प्रतिभा हमारे देश को एक आदर्श निवेश गंतव्य बनाती है। हम करीबी सांस्कृतिक संबंधों को लेकर भी उत्साहित हैं।’’

विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सिंगापुर पहुंचे। गृह मंत्री और विधि मंत्री के. शनमुगम ने गर्मजोशी से स्वागत किया। आगे बहुत व्यस्तता वाला एजेंडा है।’’

मोदी इससे पहले 2018 में सिंगापुर आए थे।

वह आज जब यहां अपने होटल पहुंचे तो भारतीय मूल के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय के सदस्यों से बात की और पारंपरिक नृत्य प्रस्तुति भी देखी। उन्होंने ढोल भी बजाया।

उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, ‘‘धन्यवाद सिंगापुर। स्वागत वाकई जानदार था।’’

प्रधानमंत्री मोदी बृहस्पतिवार को वोंग से द्विपक्षीय बातचीत करेंगे और उनकी उपस्थिति में कई समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होंगे।

मोदी का बृहस्पतिवार को संसद भवन में आधिकारिक स्वागत किया जाएगा और वह सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम से मुलाकात करेंगे।

वोंग ने कुछ दिन पहले ही सत्ता संभाली है और मोदी ने भी कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री के रूप में अपना तीसरा कार्यकाल शुरू किया है।

सिंगापुर रवाना होने से पहले जारी एक बयान में मोदी ने कहा, “मैं सिंगापुर के साथ, विशेष रूप से उन्नत विनिर्माण, डिजिटलीकरण और सतत विकास के नये एवं उभरते क्षेत्रों में हमारी रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के उपायों पर बातचीत को लेकर उत्सुक हूं।”

उनके साथ इस यात्रा में विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य सरकारी अधिकारी हैं।

नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, “दोनों नेता भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी की प्रगति का जायजा लेंगे और आपसी हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।”

मोदी वरिष्ठ मंत्री ली सीन लूंग और एमेरिटस वरिष्ठ मंत्री गोह चोक टोंग से मुलाकात करेंगे। ली मोदी से दोपहर के भोजन पर मिलेंगे।

मोदी सिंगापुर के उद्योगपतियों से भी मिलेंगे और देश के सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े लोगों से बातचीत करेंगे।

अधिकारियों के अनुसार इस यात्रा से सिंगापुर और भारत के सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र में तालमेल बढ़ेगा। दोनों प्रधानमंत्री सेमीकंडक्टर विनिर्माण केंद्र का दौरा करेंगे।

उन्होंने बताया कि सेमीकंडक्टर क्षेत्र में जनशक्ति कौशल के क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि इससे कौशल केंद्रों से लेकर सिंगापुर की कंपनियों द्वारा प्रशिक्षण और भर्ती तक, भारत के युवाओं को बेहतर कौशल और अवसर मिलेंगे।

भाषा वैभव संतोष

संतोष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)