(फोटो के साथ)
रियो डी जेनेरियो, 18 नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के दूसरे चरण में सोमवार को ब्राजील पहुंचे, जहां वह जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
मोदी नाइजीरिया की ‘‘सार्थक’’ यात्रा पूरी करने के बाद दक्षिण अमेरिकी देश पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति बोला अहमद टिनुबू के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और भारतीय समुदाय के साथ बातचीत की।
मोदी के ब्राजील पहुंचने की जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय (एमईए) ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी-20 ब्राजील शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ब्राजील के शहर रियो डी जेनेरियो पहुंचे।’’
विदेश मंत्रालय ने हवाई अड्डे पर मोदी के स्वागत की तस्वीरें भी साझा कीं।
अपने आगमन की घोषणा करते हुए मोदी ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ब्राजील के रियो डी जेनेरियो पहुंच गया हूं। मैं शिखर सम्मेलन में होने वाले विचार-विमर्श और विश्व के विभिन्न नेताओं के साथ सार्थक वार्ता करने का इंतजार कर रहा हूं।’’
ब्राजील में मोदी ‘ट्रोइका’ के सदस्य के रूप में 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। भारत ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के साथ जी-20 ‘ट्रोइका’ का हिस्सा है।
‘ट्रोइका’ में वर्तमान, पूर्ववर्ती और अगले जी-20 अध्यक्ष शामिल होते हैं और तीनों सदस्य जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारी में एक दूसरे के साथ सहयोग करते हैं।
मोदी के साथ चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और उनके अमेरिकी समकक्ष जो बाइडन भी 18-19 नवंबर को रियो डी जेनेरियो शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं में शामिल हैं।
अपनी यात्रा के तीसरे और अंतिम चरण में मोदी राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर 19 से 21 नवंबर तक गुयाना की यात्रा करेंगे। यह 50 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा होगी।
मोदी ने शनिवार को नाइजीरिया से प्रस्थान के समय अपने वक्तव्य में कहा, ‘‘इस वर्ष, ब्राजील ने भारत की विरासत को आगे बढ़ाया है। मैं ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के हमारे दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए सार्थक चर्चाओं की आशा करता हूं। मैं इस अवसर पर कई अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान भी करूंगा।’’
पिछले वर्ष भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान 55 देशों के अफ्रीकी संघ को जी-20 के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करना और यूक्रेन संघर्ष पर गहरे मतभेदों को दूर करते हुए नेताओं की घोषणा तैयार करना इस शिखर सम्मेलन की प्रमुख उपलब्धि रहा।
नाइजीरिया की अपनी यात्रा के दौरान मोदी को देश के राष्ट्रीय पुरस्कार ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ (जीसीओएन) से सम्मानित किया गया, जिससे वह यह सम्मान पाने वाले दूसरे विदेशी गणमान्य व्यक्ति बन गए।
यह किसी देश द्वारा मोदी को दिया गया 17वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है। अब तक ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ एकमात्र विदेशी हस्ती रहीं जिन्हें 1969 में जीसीओएन से सम्मानित किया गया था।
मोदी की नाइजीरिया यात्रा 17 वर्षों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा पश्चिम अफ्रीकी देश की पहली यात्रा थी।
भाषा सुरभि प्रीति
प्रीति
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