नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया था। भारत ने व्यापारिक स्तर पर भी कड़े कदम उठाए हैं। इसका व्याापक असर भी देखने को मिला है। भारत में इस वर्ष में पाकिस्तान से होने वाला आयात 92 फीसदी घटकर सिर्फ 28.4 लाख डॉलर का रहा है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान से आयातित सभी वस्तुओं पर सीमा शुल्क बढ़ाकर 200 फीसदी कर दिया था। भारत द्वारा उठाए कड़े कदम की वजह से पाकिस्तान से होने वाले आयात में भारी कमी आई है। पाकिस्तान से आने वाली वस्तुओं में कपास, ताजा फल, सीमेंट, पेट्रोलियम उत्पादन तथा खनिज शामिल हैं। भारत में इन वस्तुओं के आयात ना करने से कोई बड़ा अंतर नहीं आया है।
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वित्तीय विभाग के आंकड़ों रे मुताबिक पाकिस्तान से पिछले साल मार्च में करीब 3.46 करोड़ डॉलर का आयात हुआ था। इस साल मार्च में कुल 28.4 लाख डॉलर में से 11.9 लाख डॉलर का कपास आयात किया गया है। पाकिस्तान से मार्च महीने में प्लास्टिक, बुने कपड़े, परिधान के सामान, कपड़ा, मसाला, रसायन आयात किए गए हैं। आंकड़ों पर निगाह डाले तो वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान पाकिस्तान से आयात 47 फीसदी घटकर 5.36 करोड़ डॉलर रहा है।
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पाकिस्तान के खिलाफ आयात शुल्क बढ़ाने से भारत के निर्यात पर असर पड़ा है। मार्च में भारत की तरफ से होने वाला निर्यात करीब 32 प्रतिशत घटकर 17.13 करोड़ डॉलर रहा। पूरे वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान निर्यात 7.4 फीसदी बढ़कर 200 करोड़ डॉलर रहा है। भारत से निर्यात किये जाने वाली वस्तुओं में जैविक रसायन, कपास, परमाणु रिएक्टर, बॉयलर, प्लास्टिक उत्पाद, अनाज, चीनी, कॉफी, चाय, लौह और स्टील के सामान तथा तांबा शामिल हैं।