पाकिस्तानी अधिकारियों ने खान की पार्टी की विरोध रैली से पहले इस्लामाबाद में रेड जोन को सील किया |

पाकिस्तानी अधिकारियों ने खान की पार्टी की विरोध रैली से पहले इस्लामाबाद में रेड जोन को सील किया

पाकिस्तानी अधिकारियों ने खान की पार्टी की विरोध रैली से पहले इस्लामाबाद में रेड जोन को सील किया

:   Modified Date:  October 2, 2024 / 06:23 PM IST, Published Date : October 2, 2024/6:23 pm IST

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, दो अक्टूबर (भाषा) पाकिस्तानी अधिकारियों ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की विरोध रैली से पहले बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में रेड जोन को सील कर दिया।

खान (71) ने न्यायपालिका के साथ एकजुटता दिखाने के लिए अपने समर्थकों से शुक्रवार को राजधानी के डी-चौक पर विरोध प्रदर्शन करने को कहा है, लेकिन इस कदम का उद्देश्य सरकार पर उन्हें जेल से रिहा करने के लिए दबाव बनाना है, जहां उन्हें एक साल से अधिक समय से रखा गया है।

विवरण के अनुसार, पुलिस ने रेड जोन की ओर जाने वाली सड़कों पर शिपिंग कंटेनर रख दिए हैं, तथा केवल मार्गल्ला रोड ही रेड जोन तक जाने को यातायात के लिए खुली है, जहां प्रमुख आधिकारिक इमारतें और राजनयिक मिशन स्थित हैं।

किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए फैजाबाद एक्सप्रेस हाईवे पर सड़क को अवरुद्ध करने के लिए कंटेनर रखे गए थे।

सुरक्षा संबंधी ये कदम ऐसे समय उठाए गये हैं जब मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम बुधवार को तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर इस्लामाबाद पहुंच रहे हैं।

खान ने हाल ही में अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए देश भर में रैलियां और विरोध प्रदर्शन किए हैं, क्योंकि उनकी पार्टी के समक्ष आ रही समस्याओं को समाप्त करने के लिए सत्ता प्रतिष्ठान के साथ बातचीत के जरिए समाधान निकालने के उनके प्रयास विफल हो गए हैं।

उनकी पार्टी ने तीन प्रमुख राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित किये, जिनमें इस्लामाबाद और लाहौर में एक-एक रैली तथा रावलपिंडी में एक विरोध प्रदर्शन शामिल था। पार्टी ने बुधवार को मियांवाली, बहावलपुर और फैसलाबाद में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था, जिसके बाद शुक्रवार को इस्लामाबाद के डी-चौक पर शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा।

खान पांच अगस्त, 2023 को अपनी गिरफ्तारी के बाद से जेल में हैं। वे दर्जनों मामलों का सामना कर रहे हैं और बढ़ती कानूनी चुनौतियों से निपटने का कोई आसान रास्ता नहीं तलाश पा रहे हैं।

भाषा प्रशांत माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)