पाकिस्तान : खैबर-पख्तूनख्वा सरकार ने कुर्रम जिले के अशांत इलाकों में अभियान शुरू किया |

पाकिस्तान : खैबर-पख्तूनख्वा सरकार ने कुर्रम जिले के अशांत इलाकों में अभियान शुरू किया

पाकिस्तान : खैबर-पख्तूनख्वा सरकार ने कुर्रम जिले के अशांत इलाकों में अभियान शुरू किया

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Modified Date: January 19, 2025 / 07:43 PM IST
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Published Date: January 19, 2025 7:43 pm IST

पेशावर, 19 जनवरी (भाषा) पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की सरकार ने पाराचिनार में मदद सामग्री ले जा रहे सहायताकर्मियों के काफिले पर हमले के बाद कुर्रम जिले के अशांत इलाकों में रविवार को एक अभियान की शुरुआत की।

अधिकारियों ने बताया कि सड़कों को सुरक्षित करने और क्षेत्र में स्थायी शांति कायम करने के लिए निचले कुर्रम जिले की चार ग्राम परिषदों-बागान, मंदोरी, चपरी और चप्रीपाओ में यह अभियान शुरू किया गया, जहां नवंबर से जारी सांप्रदायिक झड़पों में दर्जनों लोग मारे जा चुके हैं।

उन्होंने कहा, ”खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने कुर्रम जिले के अशांत इलाकों में आधिकारिक तौर पर अभियान शुरू करने की घोषणा की है। यह फैसला एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया, जिसमें प्रांत के मुख्य सचिव, पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) और अन्य अधिकारी शामिल हुए।”

अधिकारियों के मुताबिक, बैठक में बिना किसी भेदभाव के आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला लिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार शांतिपूर्ण तत्वों का समर्थन करती है और उत्पीड़कों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के अनुसार, उपायुक्त अशफाक अहमद ने थाल और हंगू में विस्थापित लोगों के लिए शिविर स्थापित करने के वास्ते शनिवार को एक अधिसूचना जारी की।

अधिकारियों ने कहा कि उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई में सुरक्षा बल पुलिस और नागरिक प्रशासन की मदद करेंगे और सरकार को संदेह है कि कुछ शरारती तत्व नागरिकों के बीच घुसपैठ कर चुके हैं।

कुर्रम में पिछले साल नवंबर में शिया और सुन्नी समुदाय के बीच छिड़ी सांप्रदायिक हिंसा में अब तक कम से कम 130 लोगों की जान जा चुकी है। क्षेत्र में हफ्तों तक सड़कों की नाकाबंदी के कारण भोजन और दवा की भारी कमी होने की खबर है। एक जनवरी को संघर्षरत समुदाय के बीच एक शांति समझौता हुआ, लेकिन पाराचिनार को जोड़ने वाला मार्ग अभी भी अवरुद्ध है।

शांति समझौते के तहत निवासियों ने 15 दिनों के भीतर चरणबद्ध तरीके से हथियार त्यागने का वादा किया, जबकि स्थानीय बंकरों को नष्ट करने का काम फरवरी 2025 तक पूरा किया जाना है।

हालांकि, जनवरी में कुर्रम जिले में सहायता काफिलों पर बार-बार हमला किया गया, जिसके परिणामस्वरूप लोग हताहत हुए।

बृहस्पतिवार को पाराचिनार जा रहे 35 वाहनों के एक सहायता काफिले पर बागान में हमला किया गया, जिसमें पांच चालकों, एक यात्री और दो सुरक्षा कर्मियों की मौत हो गई।

‘जियो न्यूज’ की खबर के मुताबिक, जिला प्रशासन ने कहा था कि जवाबी कार्रवाई और हेलीकॉप्टर से की गई गोलाबारी में छह हमलावर मारे गए। हालांकि, कुछ लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।

व्यापारिक समुदाय के अनुसार, 35 में से 33 ट्रक को बागान और आसपास के इलाकों में ले जाया गया, जबकि 12 वाहनों में आग लगा दी गई।

भाषा पारुल रंजन

रंजन

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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