इस्लामाबाद, 27 अगस्त (भाषा) चीन की जन मुक्ति सेना (पीएलए) की ‘ग्राउंड फोर्सेज’ के कमांडर जनरल ली कियाओमिंग को मंगलवार को पाकिस्तान के शीर्ष सम्मानों में से एक ‘निशान-ए-इम्तियाज’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें दोनों मित्र देशों की सेनाओं के बीच घनिष्ठ सहयोग को बढ़ावा देने में उनकी “अटूट प्रतिबद्धता” के लिए दिया गया।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित विशेष अलंकरण समारोह में भाग लिया तथा इसमें सेना प्रमुखों और सांसदों ने भी भाग लिया।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान’ (एपीपी) ने कहा, “समारोह में जनरल ली कियाओमिंग के चार दशक के करियर पर प्रकाश डाला गया, जिसमें चीनी सेना में उनके महत्वपूर्ण योगदान को दर्शाया गया। उनकी बुद्धिमत्ता, प्रशासनिक कौशल और समर्पण ने उन्हें एक साहसी और सक्षम अधिकारी के रूप में प्रतिष्ठा दिलाई है, जो चीन और उसके बाहर शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण है।”
उसने कहा, “जनरल ली चीन में शांति और स्थिरता बनाए रखने में अपने असाधारण पेशेवर रुख और कौशल के लिए प्रसिद्ध हैं। पाकिस्तान के मित्र के रूप में, उन्होंने अटूट प्रतिबद्धता के साथ पाक-चीन सैन्य संबंधों को बहुत मजबूत किया।”
खबर में कहा गया है कि इससे पहले सोमवार को कियाओमिंग ने प्रधानमंत्री शरीफ से मुलाकात की और पाकिस्तान-चीन मैत्री के विभिन्न पहलुओं, विशेष रूप से द्विपक्षीय रक्षा और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की।
शरीफ ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान और चीन सदाबहार रणनीतिक सहयोगी, साझेदार और भरोसेमंद मित्र हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों को पाकिस्तान में व्यापक सार्वजनिक, राजनीतिक और संस्थागत समर्थन प्राप्त है, जो “उन्हें दोनों देशों की प्रगति और विकास के लिए अपरिहार्य बनाता है।”
भाषा प्रशांत संतोष
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