CRS Report on Foreign Terror
वाशिंगटन, 28 सितंबर (भाषा) आतंकवाद पर अमेरिकी कांग्रेस की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे भारत को निशाना बनाने वाले पांच आतंकवादी संगठनों समेत ‘विदेशी आतंकवादी संगठनों’ के रूप में चिह्नित कम से कम 12 संगठनों के लिए पनाहगाह है।
पढ़ें- उत्तराखंड में चीनी सैनिकों की घुसपैठ, पुल को क्षतिग्रस्त कर लौटे.. रिपोर्ट में दावा
स्वतंत्र ‘कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस’ (सीआरएस) ने रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिकी अधिकारियों ने पाकिस्तान की पहचान कई हथियारबंद और राज्येतर आतंकवादी संगठनों के पनाहगाह के तौर पर की है जहां से वे अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। इनमें से कुछ आतंकी संगठन 1980 के दशक से अस्तित्व में हैं।
पढ़ें- शरीर को गांजे के नशे से कितना हो रहा नुकसान, स्मार्टफोन का ये खास सेंसर देगा जानकारी
पिछले सप्ताह क्वाड शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर अमेरिकी कांग्रेस की द्विदलीय शोध शाखा द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान से संचालित हो रहे इन समूहों को मोटे तौर पर पांच श्रेणियों में बांटा जा सकता है। इनमें वैश्विक स्तर के आतंकी संगठन, अफगान केंद्रित, भारत और कश्मीर केंद्रित, घरेलू मामलों तक सीमित रहने वाले संगठन और पंथ केंद्रित (शियाओं के खिलाफ) आतंकी संगठन हैं।
लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का गठन 1980 के दशक में पाकिस्तान में हुआ था और 2001 में इसे विदेश आतंकी संगठन (एफटीओ) के रूप में चिह्नित किया गया। सीआरएस ने कहा, ‘‘एलईटी को भारत के मुंबई में 2008 के भीषण आतंकवादी हमले के साथ कई अन्य हाई-प्रोफाइल हमलों के लिए जिम्मेदार माना जाता है।’’
पढ़ें- धर्मांतरण के खिलाफ भाजपा का हल्लाबोल, 16 मंडलों से सीएम हाउस के घेराव की तैयारी
रिपोर्ट के अनुसार जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का गठन 2000 में कश्मीरी आतंकवादी नेता मसूद अजहर ने किया था और 2001 में इसे भी एफटीओ के तौर पर चिह्नित किया गया। एलईटी के साथ जेईएम भी 2001 में भारतीय संसद पर हमले समेत कई अन्य हमलों के लिए जिम्मेदार है।