इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इस समय धार्मिक अल्पसंख्यकों की बुरी हालत है। दरअसल इमरान सरकार ने नगर पालिकाओं के गटर सफाई के लिए आवेदन मंगाए हैं। लेकिन हद तब हो जाती है जब सिर्फ पाकिस्तान के ईसाई धर्म के लोग ही अप्लाई कर सकते हैं।
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बता दें कि इनकी कहानी दिल को दहलाने वाली है। बिना सुरक्षा के ही सीवर सफाई करवाया जाता है। पूरे दिन की मेहनत के बाद जब वो घर पहुंचता है, तब भी सीवर की बदबू उसका पीछा नहीं छोड़ती। वो कहता है कि खाने का कौर जब वो अपने मुंह के पास ले जाता है तो उसे गटर की बदबू का अहसास होता है।
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पाकिस्तान के इस रवैये को लेकर काफी बवाल भी मचा हुआ है। वहीं मानवाधिकार संगठनों के प्रदर्शन के बाद आवेदन वापस लिया गया। बता दें कि पाकिस्तान में ज्यादातर सफाई कर्मचारी ईसाई धर्म के हैं। इनमें ज्यादातर के पुरखे पहले हिंदू थे। हिंदुओं के साथ होने वाले भेदभाव की वजह से उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया और ईसाई बन गए। लेकिन उनके हालात नहीं बदले।
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