वॉशिंगटन। अमेरिका और ईरान के बीच बढ़े तनाव ने दुनियाभर को चिंता में डाल दिया है, अमेरिका ने जिस तरह से हमला करके जनरल सुलेमानी को मार गिराया उसके बाद से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से की गई इस कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। कुछ राजनीतिक जानकार इसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से दोबारा चुनाव जीतने के लिए उठाया गया कदम मान रहे हैंं।
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बता दें कि इस समय अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं, अमेरिका में इस साल चुनाव होने वाले हैं, चुनाव से पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने 29 नवंबर 2011 को ट्वीट कर कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जीतने का फॉर्मूला ईरान के साथ जंग शुरू करना होगा।
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इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के पहले से ही ट्रंप की नजर ईरान पर लगी हैं, साल 2011-12 में ही ट्रंप ने ट्वीट कर कहा था कि तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा एक बार फिर चुनाव जीतने के लिए ईरान के साथ युद्ध शुरू कर सकते हैं। अमेरिका ने जिस तरह से राष्ट्रपति चुनाव से पहले ईरान के जनरल सुलेमानी को निशाना बनाया है वह डोनाल्ड ट्रंप की सोची समझी रणनीति लगती है, जानकारों की माने तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने महाभियोग से बचने और दोबारा से चुनाव जीतने के लिए बगदाद पर हमला कराया है।
In order to get elected, @BarackObama will start a war with Iran.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 29, 2011
@BarackObama will attack Iran in order to get re-elected.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 17, 2012
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी ने इस कार्रवाई की प्रशंसा की है, वहीं विपक्षी दलों ने इस बात की आशंका जतायी है कि इससे क्षेत्रीय तनाव पैदा हो सकता है।
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