गैर-लाभकारी संगठन ने चैटजीपीटी निर्माता ओपनएआई और माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया |

गैर-लाभकारी संगठन ने चैटजीपीटी निर्माता ओपनएआई और माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया

गैर-लाभकारी संगठन ने चैटजीपीटी निर्माता ओपनएआई और माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया

:   Modified Date:  June 27, 2024 / 10:36 PM IST, Published Date : June 27, 2024/10:36 pm IST

लॉस एंजिलिस, 27 जून (एपी) गैर-लाभकारी संस्था ‘सेंटर फॉर इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग’ ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) मंचों पर उसकी सामग्री का अनधिकृत तरीके से इस्तेमाल करने के मामले में चैटजीपीटी के निर्माता ओपनएआई और उसके सबसे करीबी व्यापारिक साझेदार माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

इसी के साथ अनधिकृत उपयोग के खिलाफ लड़ रहे समाचार प्रकाशनों और एआई सेवा प्रदाताओं के बीच कानूनी लड़ाई का एक नया मोर्चा खुल गया है।

‘मदर जोन्स और रिवील’ की निर्माता इस गैर-लाभकारी संस्था ने कहा कि ओपनएआई ने बिना अनुमति के और बिना किसी मुआवजे के उसकी सामग्री का उपयोग किया, जो संस्था की पत्रकारिता पर कॉपीराइट का उल्लंघन है।

यह मुकदमा न्यूयॉर्क की संघीय अदालत में दाखिल किया गया है। यह इस बात पर केंद्रित है कि किस प्रकार एआई द्वारा उत्पन्न लेखों के सारांश प्रकाशकों के लिए खतरा पैदा करते हैं। सेंटर फॉर इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग ने इस कदम को शोषण करने वाला करार दिया है।

गैर-लाभकारी संगठन की सीईओ मोनिका बाउरलेन ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा, ‘‘यह बेहद खतरनाक है। हमारा अस्तित्व इस बात पर निर्भर करता है कि उपयोगकर्ता हमारे काम को मूल्यवान समझें और उसका समर्थन करने का निर्णय लें।’’

यह मुकदमा ओपनएआई और माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मैनहट्टन के संघीय न्यायालय में दाखिल नवीनतम मुकदमा है। इससे पहले द न्यूयॉर्क टाइम्स, अन्य मीडिया कंपनियां, जॉन ग्रिशम, जोडी पिकौल्ट और जॉर्ज आर.आर. मार्टिन जैसे प्रतिष्ठित लेखकों ने भी ओपनएआई और माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ कॉपीराइट के मुकदमे दर्ज करा चुके हैं।

इन कंपनियों को सैन फ्रांसिस्को की संघीय अदालत में हास्य कलाकार सारा सिल्वरमैन सहित अन्य लेखकों द्वारा दायर एक अलग मामले का भी सामना करना पड़ रहा है।

कुछ समाचार संगठनों ने ओपनएआई के साथ लड़ने के बजाय सहयोग करने का विकल्प चुना है, जिसके तहत वे समाचार सामग्री को साझा करने के लिए मुआवजा पाने हेतु समझौतों पर हस्ताक्षर कर रहे हैं।

समझौता करने वाली नवीनतम संस्थाओं में टाइम पत्रिका है जिसने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि ओपनएआई को उसके ‘‘पिछले 101 वर्षों के व्यापक अभिलेखों’’ तक पहुंच प्रदान करेगी।

ओपनएआई और अन्य प्रमुख एआई डेवलपर्स अपने डेटा स्रोतों का खुलासा नहीं करते हैं। उन्होंने तर्क दिया है कि उनकी एआई प्रणाली को प्रशिक्षित करने के लिए सार्वजनिक रूप से सुलभ ऑनलाइन पाठ, चित्र और अन्य मीडिया का उपयोग करना अमेरिकी कॉपीराइट कानून के ‘‘उचित उपयोग’’ सिद्धांत द्वारा संरक्षित है।

पिछले साल 4,000 से अधिक लेखकों ने ओपनएआई और अन्य प्रौद्योगिकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को एक पत्र लिखकर उन पर चैटबॉट निर्माण में शोषण करने वाली पद्धति का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था।

एपी धीरज नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)