मॉस्को, चार जुलाई (एपी) रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बृहस्पतिवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
रूस और चीन ने पश्चिमी गठबंधन का मुकाबला करने के लिए इस समूह को स्थापित किया है।
एससीओ के अन्य सदस्य देशों के नेताओं के संग पुतिन और चिनफिंग कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में संगठन की वार्षिक बैठक में शामिल हुए।
इस समूह की स्थापना 2001 में चीन, रूस और सोवियत संघ के विघटन के बाद अस्तित्व में आए मध्य एशिया के चार देशों-कजाखस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान ने मिलकर की थी। इसका मकसद क्षेत्रीय सुरक्षा और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है। बाद में भारत, पाकिस्तान और ईरान भी इस संगठन में शामिल हुए। रूस का पश्चिमी पड़ोसी और सहयोगी बेलारूस बृहस्पतिवार को एससीओ में शामिल हुआ।
शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा कि समूह का ध्यान अपने सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर है। उन्होंने कहा कि एससीओ एक समर्पित केंद्र बनाएगा जो विभिन्न सुरक्षा चुनौतियों पर प्रतिक्रिया का समन्वय करेगा।
उन्होंने कहा कि समूह के सदस्य अलगाववाद और चरमपंथ से लड़ने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का भी समर्थन करेंगे।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, चिनफिंग ने एससीओ सदस्यों से ‘हस्तक्षेप और ध्रुवीकरण की वास्तविक चुनौतियों’ का सामना करने के लिए एकजुटता दिखाने का आह्वान किया।
एपी
नोमान अविनाश
अविनाश
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खबर फ्रांस अधिकारी हमला
53 mins ago