यरूशलम, 26 अक्टूबर (एपी) इजराइल ने शनिवार तड़के ईरान पर सिलसिलेवार तरीके से हमले किए और कहा कि हमलों में उन स्थानों को निशाना बनाया है, जहां उसके देश पर दागी गईं मिसाइलें बनाई गई थीं।
पश्चिम एशिया में बढ़ती हिंसा के बीच इस हमले से दोनों कट्टर दुश्मनों के बीच पूर्ण युद्ध की आशंका बढ़ गई है। गाजा में ईरान समर्थित चरमपंथी समूह हमास और लेबनान में हिज्बुल्ला पहले ही इजराइल से युद्ध लड़ रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र बाल एजेंसी के अनुसार, लेबनान में युद्ध के कारण 12 लाख लोगों को बेघर होना पड़ा है, जिनमें चार लाख से ज्यादा बच्चे शामिल हैं। सितंबर में लड़ाई तेज होने के बाद से इजराइली हमलों में हिज्बुल्ला के कई शीर्ष नेता मारे गए हैं।
गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार क्षेत्र में इजराइल के हमलों में 42,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं।
इजराइल-हमास युद्ध सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हमास के हमले के बाद शुरू हुआ था। हमास के हमले में इजराइल में 1,200 लोग मारे गए थे जबकि 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था।
युद्ध से जुड़ा ताजा घटनाक्रम इस प्रकार है:
ईरान के विदेश मंत्रालय ने सैन्य ठिकानों पर इजराइली हमलों की निंदा की और कहा कि ईरान जवाब देगा। विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि ये हमले अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का स्पष्ट उल्लंघन हैं।
मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र के अनुच्छेद 51 में अंतर्निहित आत्मरक्षा के अधिकार का जिक्र करते हुए कहा कि विदेशी आक्रमण का जवाब देना उसका दायित्व है।
इससे पहले इजराइल के विपक्षी नेता यायर लापिद ने कहा कि सेना को ईरान पर और अधिक बड़ा हमला करना चाहिए था।
लापिद ने सैन्य कार्रवाई की प्रशंसा की।
लापिद ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘ईरान में सामरिक और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण स्थानों पर हमला न करने का निर्णय गलत है। हम ईरान से बहुत अधिक कीमत वसूल सकते थे और वसूलनी चाहिए थी।”
उन्होंने कहा कि वायु सेना की कार्रवाइयों से इसकी क्षमता सामने आई है और इजराइल के दुश्मनों को पता है कि सेना मजबूत है जो कहीं भी हमला कर सकती है।
इससे पहले ईरान की सेना ने कहा कि इजराइली बमबारी में दो सैनिकों की मौत हुई है।
सेना का यह बयान सरकारी अरबी भाषा के चैनल अल-आलम पर प्रसारित किया गया। ईरान ने कहा है कि इजराइल ने तीन प्रांतों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे सीमित नुकसान हुआ।
इससे पहले इजराइल ने शनिवार सुबह कहा कि उसने ईरान को निशाना बनाकर बदला लिया है। इजराइली सेना ने एक बयान जारी कर कहा कि उसके विमान ‘सुरक्षित रूप से वापस लौट आए हैं।’
सेना ने कहा कि उसके विमानों ने मिसाइल निर्माण स्थलों पर हमला किया। सेना के मुताबिक इन स्थानों का इस्तेमाल उन मिसाइलों को बनाने के लिए किया गया था, जो ईरान ने पिछले साल इजराइल पर दागी थीं।
एपी जोहेब माधव
माधव
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