किम जोंग उन ने ‘‘आत्मघाती ड्रोन’’ के परीक्षण का निरीक्षण किया |

किम जोंग उन ने ‘‘आत्मघाती ड्रोन’’ के परीक्षण का निरीक्षण किया

किम जोंग उन ने ‘‘आत्मघाती ड्रोन’’ के परीक्षण का निरीक्षण किया

:   Modified Date:  August 26, 2024 / 09:37 AM IST, Published Date : August 26, 2024/9:37 am IST

सियोल, 26 अगस्त (एपी) उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने नये ‘‘आत्मघाती ड्रोन’’ के प्रदर्शन का निरीक्षण किया और अपनी सेना की युद्ध की तैयारी बढ़ाने के लिए ऐसे हथियारों के विकास को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। सरकारी मीडिया ने सोमवार को यह जानकारी दी।

अमेरिका और उत्तर कोरिया के मध्य तनाव के बीच किम अपनी बढ़ती सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन कर रहे हैं। उत्तर कोरियाई परीक्षण की तस्वीरें सामने आयी हैं जिसमें एक सफेद ड्रोन दिख रहा है, जिसका पिछला हिस्सा और पंख अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर ‘एक्स’ के आकार के हैं। तस्वीरों में ड्रोन कथित तौर पर दक्षिण कोरिया के मुख्य युद्धक टैंक के-2 को नष्ट करते दिख रहा है। अधिकांश लड़ाकू ड्रोन लक्ष्य से दूर रहकर मिसाइलों से हमला करते हैं।

सरकारी मीडिया के अनुसार यह परीक्षण शनिवार को हुआ। यह परीक्षण ऐसे समय पर किया गया जब अमेरिका और दक्षिण कोरियाई सेनाएं संयुक्त क्षमताओं को बढाने को बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास कर रही हैं। इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु खतरों से बचाव करना है।

दोनों देशों की ओर से कहा गया कि बृहस्पतिवार तक चलने वाले इस अभ्यास का उद्देश्य विभिन्न उत्तर कोरियाई खतरों के खिलाफ अपनी तैयारी को बढ़ाना है।

उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि शनिवार के परीक्षण में विभिन्न प्रकार के ड्रोन शामिल थे, जिनका निर्माण जमीन और समुद्र पर दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने के लिए अलग-अलग दूरी तक उड़ान भरने के लिए किया गया है। उसने कहा कि ड्रोन ने लक्ष्यों को सटीक तरीके से निशाना बनाने से पहले विभिन्न मार्गों पर उड़ान भरी।

किम ने कहा कि सैन्य प्रौद्योगिकियों और आधुनिक युद्ध में वैश्विक रुझान युद्ध में ड्रोन के महत्व को दर्शाते हैं और उत्तर कोरिया की सेना को ‘‘जितनी जल्दी हो सके’’ बेहतर ड्रोन से लैस किया जाना चाहिए।

केसीएनए ने कहा कि किम ने विभिन्न प्रणालियों के त्वरित विकास और उत्पादन का आह्वान किया, जिसमें ‘आत्मघाती ड्रोन’ भी शामिल हैं, जिनका उपयोग पैदल सेना और विशेष अभियान इकाइयों द्वारा किया जा सकता है।

एपी यासिर अमित

अमित

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)