लेबर पार्टी की प्रचंड जीत के बाद केअर स्टॉर्मर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने, ऋषि सुनक अपदस्थ |

लेबर पार्टी की प्रचंड जीत के बाद केअर स्टॉर्मर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने, ऋषि सुनक अपदस्थ

लेबर पार्टी की प्रचंड जीत के बाद केअर स्टॉर्मर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने, ऋषि सुनक अपदस्थ

:   Modified Date:  July 5, 2024 / 09:49 PM IST, Published Date : July 5, 2024/9:49 pm IST

(अदिति खन्न)

लंदन, पांच जुलाई (भाषा) ब्रिटेन के आम चुनाव में लेबर पार्टी की प्रचंड जीत के बाद शुक्रवार को केअर स्टॉर्मर ने देश के नए प्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले भाषण में देश वासियों के ‘हृदय में व्याप्त निराशा’ को दूर करने और राष्ट्र के पुनर्निर्माण का संकल्प लिया।

चुनाव में भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। सुनक ने अपनी हार स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

ब्रिटेन के महाराजा के साथ सुनक की मुलाकात के बाद 61 वर्षीय स्टॉर्मर ने बकिंघम पैलेस में महाराजा चार्ल्स तृतीय के साथ रस्मी बैठक के बाद 58वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल लिया।

लेबर पार्टी ने 650 सदस्यीय ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में 412 सीट हासिल कीं। यह संख्या 2019 में पिछले चुनाव में प्राप्त सीट से 211 अधिक है।

सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी ने 121 सीट पर जीत दर्ज की जो पिछले चुनाव में प्राप्त सीट से 250 कम हैं। लेबर पार्टी का मत प्रतिशत 33.7 रहा, जबकि कंजर्वेटिव पार्टी का मत प्रतिशत 23.7 रहा।

स्टॉर्मर ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास, 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमारे देश ने परिवर्तन, राष्ट्रीय नवीनीकरण और सार्वजनिक सेवा के लिए राजनीति की वापसी के वास्ते निर्णायक रूप से मतदान किया है।’’

स्टॉर्मर ने कहा कि आगे का काम ‘अत्यावश्यक है और हम इसे आज ही शुरू कर रहे हैं’। हालाँकि, उन्होंने कहा कि यह ‘स्विच दबाने’ जितना आसान नहीं होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘जब लोगों द्वारा किए गए त्याग और राजनीतिक नेताओं से प्राप्त सेवा के बीच अंतर काफी बढ़ जाता है, तो इससे राष्ट्र के हृदय में निराशा उत्पन्न हो जाती है, आशा, भावना, बेहतर भविष्य में विश्वास खत्म हो जाता है। हमें एक साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।’’

स्टॉर्मर ने कहा कि विश्वास की कमी को केवल काम करके दूर किया जा सकता है, शब्दों से नहीं। उन्होंने संकल्प लिया कि उनकी सरकार देश के प्रत्येक व्यक्ति के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘यदि आपने कल लेबर पार्टी को वोट दिया है, तो हम अपने देश का पुनर्निर्माण करते समय आपके विश्वास की जिम्मेदारी निभाएंगे। लेकिन चाहे आपने लेबर को वोट दिया हो या नहीं, खासकर यदि आपने नहीं दिया है, तो मैं आपसे सीधे कहता हूं कि मेरी सरकार आपकी सेवा करेगी।’’

स्टॉर्मर ने कहा, ‘‘राजनीति जनकल्याण के लिए एक शक्ति हो सकती है, हम यह दिखाएंगे। हमने लेबर पार्टी को सेवा में लौटा दिया है और इसी तरह हम शासन करेंगे। देश पहले, पार्टी बाद में।’’

स्कूलों और किफायती घरों की आवश्यकता का हवाला देते हुए स्टॉर्मर ने देश के के बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण करने का संकल्प लिया और कहा कि इसे व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा।

उन्होंने अपने 44 वर्षीय पूर्ववर्ती सुनक के लिए भी गर्मजोशी भरे शब्द कहे और उनकी एक अतिरिक्त उपलब्धि के लिए प्रशंसा की।

स्टॉर्मर ने कहा, ‘‘हमारे देश के पहले ब्रिटिश एशियाई प्रधानमंत्री के रूप में उनकी (सुनक) उपलब्धि के किए गए उनके अतिरिक्त प्रयास को किसी को भी कम नहीं आंकना चाहिए। हम आज उनका सम्मान करते हैं और उनके द्वारा किए गए समर्पण एवं कड़े परिश्रम को स्वीकार करते हैं।’’

बृहस्पतिवार को हुए चुनाव में जहां सुनक के कई कैबिनेट सहयोगी हार गए, वहीं देश के पहले ब्रिटिश भारतीय प्रधानमंत्री सुनक ने 23,059 मतों के साथ उत्तरी इंग्लैंड में अपनी रिचमंड एवं नॉर्थहेलर्टन सीट पर आसान जीत दर्ज की।

जब संसद सदस्य के रूप में उनके भविष्य का फैसला हुआ तो उदास दिख रहे सुनक के साथ उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति भी थीं।

सुनक ने चुनाव में अपनी पराजय स्वीकार करते हुए कहा, ‘‘लेबर पार्टी ने इस आम चुनाव में जीत हासिल की है और मैंने सर केअर स्टॉर्मर को उनकी जीत पर बधाई देने के लिए उनसे बात की।”

उन्होंने ‘आने वाले हफ्तों, महीनों और वर्षों’ तक अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की ‘सेवा जारी रखने’ का संकल्प लिया और इस बात पर जोर दिया कि वेस्टमिंस्टर में सत्ता का हस्तांतरण ‘सद्भावना के साथ शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से’ होगा।

अपने विदाई भाषण में सुनक भावुक हो गए। उन्होंने उन मतदाताओं से माफी मांगी जिन्होंने उनके नेतृत्व वाली पार्टी को हराने के लिए मदान किया। उन्होंने हालांकि इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ करने का प्रयास किया। सुनक ने अपनी सीट हारने वाले अपने टोरी सहयोगियों से भी माफी मांगी।

अक्टूबर 2022 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने वाले सुनक ने कहा कि वह आम चुनाव में अपनी हार के लिए ‘जिम्मेदारी’ लेते हुए कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के रूप में पद छोड़ देंगे।

उन्होंने कहा, “आपका ही निर्णय मायने रखता है। मैंने आपका गुस्सा, आपकी निराशा देखी है और मैं इस हार की जिम्मेदारी लेता हूं… इस परिणाम के बाद, मैं पार्टी नेता के रूप में पद छोड़ दूंगा, तुरंत नहीं, बल्कि मेरे उत्तराधिकारी के चयन की औपचारिक व्यवस्था हो जाने के बाद।’’

कंजर्वेटिव पार्टी की हार के लिए सुनक के कई चर्चित मंत्रियों और सांसदों तथा उनकी पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री लिज ट्रस की ‘मिनी बजट’ जैसी नुकसानदेह आर्थिक नीतियों को जिम्मेदार माना जा रहा है।

कंजर्वेटिव नेताओं के लिए निराशाजनक चुनावी रात में अपनी सीट खोने वाले अन्य प्रमुख टोरी दिग्गजों में ग्रांट शाप्स, पेनी मोर्डौंट और जैकब रीस मोग शामिल हैं।

हालाँकि, नए टोरी सांसदों में ब्रिटिश भारतीय उम्मीदवार शिवानी राजा भी शामिल हैं जिन्होंने लेबर पार्टी के उम्मीदवार एवं लंदन के पूर्व उपमहापौर राजेश अग्रवाल को लीसेस्टर पूर्वी निर्वाचन क्षेत्र में हराया। अपनी सीट बरकरार रखने वाले अन्य ब्रिटिश भारतीय टोरी सदस्यों में पूर्व मंत्री प्रीति पटेल, सुएला ब्रेवरमैन और क्लेयर कॉटिन्हो शामिल हैं।

वहीं, लेबर पार्टी में प्रीत कौर गिल और टैन ढेसी सहित भारतीय मूल के कई सांसद फिर से चुने गए और भारतीय मूल के जस अठवाल तथा कनिष्क नारायण जैसे नए चेहरे भी संसद के लिए चुने गए।

इससे पहले, स्टॉर्मर ने लंदन में होलबोर्न एवं सेंट पैनक्रास की अपनी सीट 18,884 मतों से जीती।

भाषा

नेत्रपाल संतोष

संतोष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)