जयशंकर को श्रीलंका यात्रा के दौरान सिंहली भाषा में अनूदित उनकी पुस्तक की पहली प्रति प्रदान की गई |

जयशंकर को श्रीलंका यात्रा के दौरान सिंहली भाषा में अनूदित उनकी पुस्तक की पहली प्रति प्रदान की गई

जयशंकर को श्रीलंका यात्रा के दौरान सिंहली भाषा में अनूदित उनकी पुस्तक की पहली प्रति प्रदान की गई

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Modified Date: October 4, 2024 / 09:37 PM IST
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Published Date: October 4, 2024 9:37 pm IST

कोलंबो, चार अक्टूबर (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर को शुक्रवार को श्रीलंका की एक दिवसीय यात्रा के दौरान सिंहली भाषा में अनुवादित उनकी पुस्तक की पहली प्रति प्रदान की गई।

जयशंकर 23 सितंबर को अनुरा कुमारा दिसानायके के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) सरकार बनने के बाद श्रीलंका का दौरा करने वाले पहले विदेशी गणमान्य हैं।

मई 2022 में प्रकाशित उनकी पुस्तक ‘द इंडिया वे: स्ट्रैटेजीज फॉर एन अनसर्टेन वर्ल्ड’ में भारत के सामने आने वाली चुनौतियों का विश्लेषण किया गया है और संभावित नीतिगत प्रतिक्रियाओं का उल्लेख किया गया है।

जयशंकर ने ‘पाथफाइंडर फाउंडेशन’ के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद ‘एक्स’ पर लिखा, ‘पाथफाइंडर फाउंडेशन से ‘द इंडिया वे’ के सिंहली अनुवाद की पहली प्रति प्राप्त करके प्रसन्नता हुई।’

पाथफाइंडर फाउंडेशन की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार यह एक स्वतंत्र, निष्पक्ष श्रीलंकाई थिंक-टैंक है।

भाषा जोहेब पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)