दीर अल-बला (गाजा पट्टी), दो अक्टूबर (एपी) लेबनान में हिजबुल्ला आतंकवादियों के खिलाफ इजराइल की जमीनी लड़ाई में बुधवार को आठ इजराइली सैनिक मारे गए।
वहीं क्षेत्र में तनाव और बढ़ने की आशंका है क्योंकि इजराइल ने ईरान द्वारा एक दिन पहले किए गए बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जवाब देने की प्रतिबद्धता जतायी है।
इजराइली सेना ने कहा कि दो अलग-अलग हमलों में सात सैनिक मारे गए, लेकिन उसने इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। ये हमले पिछले कुछ महीनों में इजराइली सेना के खिलाफ़ हुए सबसे घातक हमलों में से एक थे।
एक सैन्य चिकित्सक सहित सात अन्य सैनिक घायल हो गए। इससे पहले, इजराइली सेना ने यह भी घोषणा की थी कि एक सैनिक लेबनान में लड़ाई में मारा गया और वह कमांडो ब्रिगेड का 22 वर्षीय कैप्टन था। यह नवीनतम अभियान की शुरुआत के बाद से इस तरह की पहली मौत है।
यह घोषणाएं ऐसे समय की गई जब कल यहूदी नववर्ष रोश हशाना है।
गाजा में लगभग एक साल से युद्ध जारी है और इसका कोई अंत नहीं दिख रहा है। फलस्तीनी चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि बुरी तरह प्रभावित शहर में इजराइली जमीनी और हवाई अभियानों में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 51 लोग मारे गए।
हमास के सात अक्टूबर के हमले के बाद युद्ध की शुरुआत होने के लगभग एक साल बाद भी इजराइल ने गाजा में ठिकानों पर हमला जारी रखा हुआ है। इजराइल इन ठिकानों को आतंकवादियों के ठिकाने कहता है।
विभिन्न मोर्चों पर तनाव बढ़ने से पश्चिम एशिया में व्यापक युद्ध की आशंका बढ़ गई है, जिसमें ईरान के साथ-साथ अमेरिका भी शामिल हो सकता है। अमेरिका ने इजराइल के समर्थन में इस क्षेत्र में सैन्य साजो-सामान भेज दिया है। वहीं ईरान हिजबुल्ला और हमास का समर्थन करता है।
हिजबुल्ला का कहना है कि उसके लड़ाकों की इजराइली सैनिकों के साथ झड़प हुई।
हिजबुल्ला को क्षेत्र में सबसे शक्तिशाली सशस्त्र समूह के रूप में देखा जाता है। उसने कहा कि उसके लड़ाकों ने लेबनान के अंदर सीमा के पास दो स्थानों पर इजराइली सैनिकों के साथ संघर्ष किया। इजराइली सेना ने कहा कि हवाई हमलों द्वारा समर्थित जमीनी बलों ने “नजदीकी मुठभेड़ों” में आतंकवादियों को मार गिराया है, हालांकि उसने यह नहीं बताया कि यह संघर्ष कहां हुआ।
इजराइली मीडिया ने बताया कि सेना द्वारा सीमा पर हज़ारों अतिरिक्त सैनिक और तोपें भेजे जाने के बाद दक्षिणी लेबनान में थलसेना और टैंक इकाइयां सक्रिय हो गई हैं।
हिजबुल्ला ने कहा कि उसके लड़ाकों ने एक विस्फोट करके दक्षिणी लेबनान में इजराइली सैनिकों के एक समूह को घायल कर दिया या मार डाला। हालांकि उसने मृतकों और घायलों की संख्या के बारे में विस्तार से नहीं बताया।
इससे पहले जून में, दक्षिणी गाजा में एक विस्फोट में आठ इजराइली सैनिक मारे गए थे। जनवरी में, मध्य गाजा में फलस्तीनी आतंकवादियों द्वारा किए गए एक हमले में 21 इजराइली सैनिक मारे गए थे। इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से इजराइली सेना पर यह सबसे घातक हमला था।
लेबनानी सेना ने कहा कि इजराइली सेना सीमापार लगभग 400 मीटर आगे बढ़ गई थी और ‘‘थोड़े समय बाद’’ वापस चली गई।
इजराइली सेना ने लगभग 50 गांवों और कस्बों के लोगों को अवाली नदी के उत्तर के इलाके को खाली करने की चेतावनी दी है, जो सीमा से लगभग 60 किलोमीटर दूर है। यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित उस क्षेत्र के उत्तरी किनारे से बहुत दूर है जिसका उद्देश्य 2006 के युद्ध के बाद इजराइल और हिजबुल्ला के बीच एक ‘बफर जोन’ बनाना था। संघर्ष के तेज होने के कारण हज़ारों लोग पहले ही अपने घरों को छोड़कर जा चुके हैं।
इजराइल ने कहा है कि वह हिजबुल्ला पर तब तक हमला करता रहेगा जब तक कि लेबनान सीमा के पास घरों से विस्थापित उसके हज़ारों नागरिकों की वापसी सुरक्षित नहीं हो जाती। हिजबुल्ला ने कसम खाई है कि जब तक गाजा में हमास के साथ युद्धविराम नहीं हो जाता, वह इजराइल में रॉकेट दागता रहेगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले दो हफ़्तों में इजराइली हमलों में लेबनान में 1,000 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं और इनमें से करीब एक चौथाई महिलाएं और बच्चे हैं।
इस बीच, इजराइल ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र पर निशाना साधते हुए महासचिव एंटोनियो गुतारेस को अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया, अर्थात उनके देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने उन पर ईरानी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा नहीं करने का आरोप लगाया।
गुतारेस ने बमबारी के बाद एक संक्षिप्त बयान जारी किया था जिसमें कहा गया था, “मैं पश्चिम एशिया संघर्ष के विस्तार की निंदा करता हूं, जो लगातार बढ़ रहा है। इसे रोकना होगा। निश्चित रूप से युद्ध विराम किये जाने की आवश्यकता है।”
इस कदम से इजराइल और संयुक्त राष्ट्र के बीच पहले से ही व्याप्त दरार और गहरी हो गई है।
फलस्तीनियों ने गाजा में बड़े पैमाने पर हमले की जानकारी दी। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि खान यूनिस में बुधवार सुबह शुरू हुए अभियान में कम से कम 51 लोग मारे गए और 82 घायल हो गए। ‘यूरोपियन हॉस्पिटल’ के रिकॉर्ड से पता चलता है कि मरने वालों में सात महिलाएं और 12 बच्चे शामिल हैं।
स्थानीय अस्पतालों के अनुसार गाजा में अलग-अलग हमलों में दो बच्चों समेत 23 अन्य लोग मारे गए। इजराइली सेना ने फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
निवासियों ने बताया कि इजराइल ने भारी हवाई हमले किए हैं और उसके थल सैनिकों ने खान यूनिस के तीन इलाकों में घुसपैठ की है।
ईरान ने अपने उग्रवादी सहयोगियों पर हमलों का बदला लेने के लिए मिसाइलें दागीं। ईरान ने मंगलवार को इजराइल पर कम से कम 180 मिसाइलें दागीं। उसने कहा कि यह इजराइल द्वारा हाल के हफ्तों में हिजबुल्ला के खिलाफ किए गए विनाशकारी हमलों का बदला है।
जैसे ही हवाई हमले के सायरन बजने लगे और मिसाइलों की नारंगी चमक रात के आकाश में फैल गई, इजराइली लोग बम आश्रयों की ओर भागने लगे।
इजराइली सेना ने कहा कि उसने ईरान की ओर से आने वाली कई मिसाइलों को हवा में नष्ट कर दिया, हालांकि कुछ मिसाइल मध्य और दक्षिणी इजराइल में गिरीं और छर्रे लगने से दो लोग मामूली रूप से घायल हो गए।
कई मिसाइलें इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में गिरीं, जिनमें से एक मिसाइल से गाजा के एक फलस्तीनी श्रमिक की मौत हो गई। फलस्तीनी श्रमिक युद्ध शुरू होने के बाद से इस क्षेत्र में फंसा हुआ था।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जवाबी कार्रवाई करने का संकल्प जताते हुए कहा कि ईरान ने ‘‘एक बड़ी गलती की है और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उनका प्रशासन इजराइल का ‘‘पूरी तरह से समर्थन’’ करता है और वह अपने सहयोगियों के साथ चर्चा कर रहे हैं कि उचित प्रतिक्रिया क्या होनी चाहिए।
ईरान ने कहा कि वह अपनी संप्रभुता के किसी भी उल्लंघन का जवाब इजराइली बुनियादी ढांचे पर और भी अधिक जबरदस्त हमले करके देगा।
एपी अमित अविनाश
अविनाश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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