द हेग (नींदरलैंड), 17 मई (एपी) इज़राइल ने गाज़ा में नरसंहार के आरोपों का खंडन करते हुए संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत से कहा कि वह गाज़ा में अपने सैन्य अभियान के दौरान आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए जो कर सकता है, वह सब कुछ कर रहा है।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने आपातकालीन उपायों पर दक्षिण अफ्रीका द्वारा किए गए आग्रह पर तीसरे दौर की सुनवाई पूरी की। दक्षिण अफ्रीका ने कहा है कि दक्षिणी शहर रफह में इज़राइल का सैन्य हमला गाज़ा में फलस्तीनियों के अस्तित्व के लिए खतरा है और अदालत से संघर्ष विराम का आदेश देने का आग्रह किया है।
इज़राइल की कानूनी टीम में शामिल तमर कपलान-टूर्गमैन ने देश के आचरण का बचाव करते हुए कहा कि इज़राइल ने संकटग्रस्त क्षेत्र में ईंधन और दवाइयों की खेप पहुंचाने की अनुमति दी थी।
उन्होंने हेग स्थित अदालत से कहा, “ गाज़ा में आम नागरिकों को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए इज़राइल ने असाधारण उपाय किए हैं।”
टूर्गमैन के दलीलें देने के बीच एक प्रदर्शनकारी ‘झूठ’ कहकर चिल्लाई। इससे सुनवाई एक मिनट से भी कम समय के लिए रोकी गई जबकि सुरक्षा गार्ड एक महिला को दर्शक दीर्घा से बाहर ले गए।
बृहस्पतिवार को दक्षिण अफ्रीका ने अदालत को बताया था कि गाज़ा में स्थिति एक नए और भयावह चरण पर पहुंच गई है।
दक्षिण अफ्रीका ने इजराइल की जांच के लिए आईसीजे से चार अनुरोध किए हैं। हालिया अनुरोध के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका का कहना है कि रफह में इज़राइल की सैन्य घुसपैठ से गाजा में फलस्तीन के लोगों के अस्तित्व के लिए खतरा है।
जनवरी में, न्यायाधीशों ने इज़राइल को गाजा में मौत, विनाश और नरसंहार के किसी भी कृत्य को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आदेश दिया, लेकिन सैन्य हमले को समाप्त करने का आदेश नहीं दिया।
न्यायाधीश अब अनुरोध पर विचार-विमर्श करेंगे और अगले सप्ताह में निर्णय दे सरकते हैं।
एपी नोमान दिलीप
दिलीप
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