राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी के लिए श्रीलंका पहुंचे अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक |

राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी के लिए श्रीलंका पहुंचे अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक

राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी के लिए श्रीलंका पहुंचे अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक

:   Modified Date:  September 20, 2024 / 04:27 PM IST, Published Date : September 20, 2024/4:27 pm IST

कोलंबो, 20 सितम्बर (भाषा) यूरोपीय संघ (ईयू) और राष्ट्रमंडल के चुनाव पर्यवेक्षकों का एक समूह शनिवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी के लिए श्रीलंका पहुंच गया है।

‘न्यूजफर्स्ट’ समाचार पोर्टल ने शुक्रवार को खबर दी कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय चुनाव निगरानी संगठनों के 116 प्रतिनिधि श्रीलंका पहुंचे हैं। पर्यवेक्षकों में 78 ईयू से हैं।

ईयू ने इससे पहले श्रीलंका में छह बार चुनाव निगरानी की है। अंतिम बार 2019 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ईयू ने निगरानी की थी। इसके अतिरिक्त, निगरानी गतिविधियों में भाग लेने के लिए राष्ट्रमंडल के 22 प्रतिनिधि भी पहुंचे हैं।

इन अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को निगरानी के लिए 25 जिलों में तैनात किया गया है।

कोलंबो में प्रक्रिया पर नजर रख रहे राष्ट्रमंडल पर्यवेक्षक समूह के अध्यक्ष डैनी फॉरे भी चुनाव पूर्व व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रहे हैं । उन्होंने कई मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया है, जहां वे चुनाव के दिन वापस जाएंगे।

खबर में कहा गया है कि वह सेंट थॉमस प्रेप स्कूल स्टेशन पर शुरुआती मतदान का निरीक्षण करेंगे।

उन्होंने कहा, “हम इस चुनाव के महत्व को समझते हैं क्योंकि 2022 में अरागालय आंदोलन के बाद से श्रीलंकाई लोगों को पहली बार मतदान करने का अवसर दिया गया है। यहां हमारी उपस्थिति लोकतांत्रिक मूल्यों और सिद्धांतों के प्रति राष्ट्रमंडल की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”

इस बीच, देश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में यह पहला आम चुनाव है।

शनिवार को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक 13,400 से अधिक मतदान केंद्रों पर मतदान होगा। इस चुनाव में लगभग 1.7 करोड़ पंजीकृत मतदाता मतदान करने के पात्र हैं। चुनाव परिणाम रविवार को घोषित किए जाएंगे।

मौजूदा राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (75) देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने के अपने प्रयासों की सफलता के आधार पर एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। कई विशेषज्ञ इसके लिए उनकी सराहना कर चुके हैं।

विक्रमसिंघे ने बुधवार रात एक चुनावी रैली में कहा, “मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि हमने जो सुधार शुरू किए हैं, उनपर आगे बढ़ते हुए देश के दिवालियापन को समाप्त करूं।”

त्रिकोणीय चुनावी लड़ाई में विक्रमसिंघे को नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के 56 वर्षीय अनुरा कुमारा दिसानायके और समागी जन बालावेगया (एसजेबी) के मुख्य विपक्षी साजिथ प्रेमदासा (57) से कड़ी टक्कर मिलेगी। विश्लेषकों का मानना ​​है कि 1982 के बाद से श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनावों के इतिहास में पहली बार त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा है।

भाषा जोहेब माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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