वाशिंगटन, 17 नवंबर (एपी) अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के लिए निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप द्वारा देश की खुफिया सेवाओं का नेतृत्व करने के लिए नामिम तुलसी गबार्ड ने 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए रूस द्वारा दिये गए कारणों में एक का समर्थन किया था कि दुनिया के कुछ सबसे खतरनाक रोगाणुओं पर काम करने वाले दर्जनों अमेरिकी वित्त पोषित जैविक प्रयोगशालाएं यूक्रेन में काम कर रही हैं।
रूस ने दावा किया था कि यूक्रेन इन प्रयोगशालाओं का उपयोग कोविड-19 के समान घातक जैविक हथियार बनाने के लिए कर रहा था, जिनका उपयोग रूस के खिलाफ किया जा सकता था और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास अपने देश की रक्षा के लिए पड़ोसी यूक्रेन पर आक्रमण करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
सैन्य सेवा से अवकाश प्राप्त और हवाई से डेमोक्रेट पार्टी की पूर्व कांग्रेस सदस्य गबार्ड ने बाद में सफाई दी कि वह अमेरिका या यूक्रेन पर किसी गलत काम का आरोप नहीं लगा रही थीं, बल्कि सिर्फ प्रयोगशालाओं की सुरक्षा के बारे में चिंता व्यक्त कर रही थीं।
लेकिन अमेरिका में गबार्ड के आलोचक उनकी टिप्पणी का इस्तेमाल उन्हें निशाना बनाने के लिए कर रहे हैं। इनमें उनकी पार्टी रिपब्लिकन और विरोधी डेमोक्रेटिक के नेता शामिल हैं। गबार्ड के बयान के कारण उनकी रूस के सरकारी टीवी पर भी प्रशंसा की गई।
रूस के समर्थन में गबार्ड की पिछली टिप्पणियां और साथ ही रूस और ईरान के करीबी सहयोगी सीरिया के राष्ट्रपति के साथ गुप्त बैठकें डेमोक्रेट्स और राष्ट्रीय सुरक्षा विश्लेषकों को नए सिरे से जांच को आकर्षित कर रही हैं। उन्हें डर है कि ट्रंप की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में वह रूस को बड़ी जीत दिला सकती हैं, यूक्रेन को कमजोर कर सकती हैं, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर कर सकती हैं और सहयोगियों के साथ खुफिया संबंधों को खतरे में डाल सकती हैं।
ट्रंप के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने फ्लोरिडा के पूर्व कांग्रेसी मैट गेट्ज के बारे में बात करते हुए कहा, ‘‘गेट्ज की तरह गबार्ड भी विस्फोट के लिए तैयार एक हथगोले की तरह हैं।’’ मैट गेट्ज को ट्रंप ने अटॉर्नी जनरल पद के लिए चुना है।
डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं का कहना है कि गबार्ड की टिप्पणी रूस समर्थक झुकाव को दर्शाती है, जो सीनेट द्वारा उनकी पुष्टि होने पर अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए समस्या उत्पन्न करेगी।
डेमोक्रेटिक पार्टी से मैसाच्युसेट्स से सीनेटर एलिजाबेथ वॉरेन ने कहा, ‘‘क्या आप वास्तव में चाहते हैं कि अमेरिका और हमारी रक्षा खुफिया एजेंसियों के सभी रहस्य उसके पास हों, जबकि वह स्पष्ट रूप से पुतिन की जेब में है?’’
एपी धीरज सुरेश
सुरेश
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